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(source : IANS)( Photo Credit : (source : IANS))
तमिलनाडु के थूथुकुडी स्थित स्टरलाइट प्लांट में चल रहे मेंटेनेंस के काम के खिलाफ सड़क पर उतरे दलित राजनीतिक दल विदुथलाई चिरुथिगाल काची (वीसीके) और मरुमलार्ची द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (एमडीएमके) के 100 से अधिक कार्यकर्ताओं को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
स्टरलाइट कंपनी को संयंत्र के रखरखाव की अनुमति दिए जाने के विरोध में दोनों संगठनों के कार्यकर्ता बड़ी संख्या में कलेक्ट्रेट के सामने एकत्र हुए थे।
कंपनी ने थूथुकुडी में अपने संयंत्र के रखरखाव की अनुमति देने के लिए सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था। शीर्ष अदालत ने अनुमति दी थी, जिसके बाद वीसीके और एमडीएमके के नेतृत्व में स्थानीय लोगों ने संयंत्र में रखरखाव कार्य शुरू करने के खिलाफ कलेक्ट्रेट के समक्ष विरोध प्रदर्शन किया।
कलेक्ट्रेट के सामने भारी हंगामा होने पर पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार कर लिया।
वेदांता लिमिटेड की एक इकाई स्टरलाइट कॉपर स्मेल्टिंग प्लांट को 2018 में प्लांट द्वारा पर्यावरण नियमों के उल्लंघन के खिलाफ बड़े पैमाने पर सार्वजनिक विरोध के बाद बंद कर दिया गया था।
22 और 23 मई, 2018 को संयंत्र के खिलाफ हिंसक विरोध प्रदर्शन हुए, जिसके कारण पुलिस पर पथराव हुआ, जिन्होंने आग लगाने से पहले लाठीचार्ज किया। पुलिस फायरिंग में 13 लोगों की मौत हो गई थी, जबकि कई अन्य घायल हो गए थे।
पुलिस फायरिंग का मामला अभी कोर्ट में है और तब से प्लांट बंद है।
तमिलनाडु के राज्यपाल आर.एन. रवि ने हाल ही में सिविल सेवा के उम्मीदवारों के साथ बातचीत में कहा था कि स्टरलाइट विरोध पूरी तरह से विदेशी वित्त पोषित था, यह कहते हुए कि पुलिस की गोलीबारी के बाद संयंत्र को बंद करने के लिए मजबूर किया गया था। गोलीबारी में 13 लोगों की जान चली गई थी।
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Source : IANS