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भारतीय अर्थव्यवस्था व बाजार को लेकर आशावादी हैं भारतीय कंपनियों के मुख्य वित्त अधिकारी

भारतीय कंपनियों के अधिकांश मुख्य वित्त अधिकारी (CFO) 2019 में अर्थव्यवस्था की स्थिति , निवेश और अपनी कंपनियों के परिदृश्य को लेकर आशावादी हैं.

Updated on: 16 Jul 2019, 07:31 PM

highlights

  • सर्वेक्षण में दुनियाभर से 901 वरिष्ठ वित्त कार्यकारियों को शामिल किया गया
  • भारतीय कंपनियां यात्रा और मनोरंजन अच्छा खासा खर्च रही हैं
  • आने वाले वर्ष में उल्लेखनीय या मामूली आर्थिक विस्तार की उम्मीद कर रहे हैं

नई दिल्‍ली:

भारतीय कंपनियों के अधिकांश मुख्य वित्त अधिकारी (CFO) 2019 में अर्थव्यवस्था की स्थिति , निवेश और अपनी कंपनियों के परिदृश्य को लेकर आशावादी हैं. एक वैश्विक वित्तीय कंपनी के प्रतिष्ठित सर्वेक्षण में यह बात उभरी है.  अमेरिकन एक्सप्रेस की ओर से जारी ' वैश्विक कारोबार एवं व्यय परिदृश्य 2019' सर्वेक्षण के मुताबिक , 83 प्रतिशत भारतीय CFO इस साल कारोबार में वृद्धि में सहयोग के लिए खर्च और निवेश में ‘ मध्यम से लेकर आक्रामक’ वृद्धि की उम्मीद कर रहे हैं.

सर्वेक्षण में शामिल भारतीय कंपनियों के 90 प्रतिशत वित्त अधिकारियों ने कहा कि पिछले साल की तुलना में इस साल नकदी की स्थिति में सुधार और कार्यशील पूंजी प्रबंधन पर ज्यादा जोर दिया जाएगा. 67 प्रतिशत का मानना है कि अच्छे वित्तीय लाभ के लिए कर्ज का बेहतर उपयोग किए जाने की उम्मीद है.

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वहीं  57 प्रतिशत CFO ने कहा कि प्रशासनिक प्रक्रिया कार्यक्षमता में सुधार के लिए इस साल निवेश बढ़ाए जाने की संभावना है.  भारतीय कंपनियां यात्रा और मनोरंजन पर अच्छा खासा खर्च रही है. इसे देखते हुए 77 प्रतिशत वित्त कार्यकारियों की इस साल यात्रा एवं मनोरंजन पर पिछले साल के बराबर या उससे ज्यादा खर्च करने की योजना है.

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अमेरिकन एक्सप्रेस इंडिया के सीईओ मनोज अदलखा ने कहा , " भविष्य को ध्यान में रखते हुए भारतीय कंपनियां इस साल खर्च और निवेश के कुशलतापूर्वक प्रबंधन को बढ़ावा दे रही हैं. वे मुनाफे के साथ कारोबार को बढ़ाने के लिए अपने खर्च को संतुलित रख रही हैं. "

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भारत में किए सर्वेक्षण में 87 प्रतिशत कंपनियों का पिछले 12 महीनों में कारोबार अधिक या काफी अधिक रहा , जबकि पिछले साल केवल 43 प्रतिशत कंपनियां इस दायरे में थीं. यह आंकड़ा दुनियाभर में 65 प्रतिशत और एशिया में औसतन 63 प्रतिशत से अधिक है.

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देश की अर्थव्यवस्था में भरोसे के मामले में , 80 प्रतिशत भारतीय प्रतिभागी आने वाले वर्ष में उल्लेखनीय या मामूली आर्थिक विस्तार की उम्मीद कर रहे हैं , जबकि वैश्विक स्तर पर ऐसी उम्मीद करने वाले 71 प्रतिशत CFO हैं.

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इस सर्वेक्षण में दुनियाभर की ऐसी कंपनियों से 901 वरिष्ठ वित्त कार्यकारियों को शामिल किया गया है , जिनका सालाना कारोबार 50 करोड डॉलर या इससे अधिक है. कुल मिलाकर, एशिया से 180 CFO एवं अन्य वरिष्ठ वित्तीय अधिकारी और भारत में कंपनियों से 30 कार्यकारियों को लिया गया है.