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देश की आर्थिक वृद्धि दर (सकल घरेलू उत्पाद) जुलाई-सितंबर तिमाही में 7.3 प्रतिशत रही। बाजार का अनुमान था कि दूसरी तिमाही में जीडीपी ग्रोथ 7.5 फीसदी रह सकती है। वित्त वर्ष 2017 की पहली तिमाही में जीडीपी ग्रोथ 7.1 फीसदी रही थी, वहीं 2016 की दूसरी तिमाही में जीडीपी ग्रोथ 7.6 फीसदी रही थी।
क्रेडिट रेटिंग एजेंसी इकरा (ICRA) ने 2016-17 में सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) वृद्धि दर संबंधी अपने अनुमान को 0.40 प्रतिशत घटाकर 7.5 प्रतिशत कर दिया है।
India's GDP grows 7.3 per cent in the second quarter of 2016-17: CSO.
— ANI (@ANI_news) November 30, 2016
जीडीपी आंकड़े आने के बाद मुख्य आर्थिक सलाहकार अरविंद सुब्रमणियन ने कहा, 'यह भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए अच्छी बात है कि दूसरी तिमाही में ग्रोथ बढ़ी है। यह प्राइवेट सेक्टर के लिए भी अच्छी खबर है।'
It's good news, indication in improvement of underlying strength of economy;specially good for pvt sector: Arvind Subramanian on GDP growth pic.twitter.com/DIx9oxw8Ma
— ANI (@ANI_news) November 30, 2016
8 नवंबर को नोटबंदी के फैसले के बाद दिग्गज रेटिंग एजेंसी मूडीज इन्वेस्टर सर्विस ने कहा था कि नोटबंदी से आर्थिक गतिविधियां बुरी तरह प्रभावित होंगी और इससे निकट भविष्य में वृद्धि कमजोर पड़ेगी। रेटिंग एजेंसी ने कहा था कि दीर्घावधि में इससे कर राजस्व बढ़ेगा और यह तेजी से राजकोषीय मजबूती में तब्दील हो सकती है।
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Source : News Nation Bureau