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सकल घरेलू उत्पाद (GDP Growth Rate)( Photo Credit : फाइल फोटो)
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इंडिया रेटिंग्स ने मंगलवार को वित्त वर्ष 2020-21 के लिए भारत के सकल घरेलू उत्पाद (GDP Growth Rate) में वृद्धि के अपने अनुमान को संशोधित कर -11.8 प्रतिशत कर दिया है. पहले उसने भारतीय अर्थव्यवस्था में 5.3 प्रतिशत की गिरावट का अनुमान लगाया था.
सकल घरेलू उत्पाद (GDP Growth Rate)( Photo Credit : फाइल फोटो)
Coronavirus (Covid-19): घरेलू रेटिंग एजेंसी इंडिया रेटिंग्स एंड रिसर्च (India Ratings) का अनुमान है कि चालू वित्त वर्ष में भारतीय अर्थव्यवस्था (Indian Economy) में 11.8 प्रतिशत की भारी गिरावट आएगी. इंडिया रेटिंग्स ने मंगलवार को वित्त वर्ष 2020-21 के लिए भारत के सकल घरेलू उत्पाद (GDP Growth Rate) में वृद्धि के अपने अनुमान को संशोधित कर -11.8 प्रतिशत कर दिया है. पहले उसने भारतीय अर्थव्यवस्था में 5.3 प्रतिशत की गिरावट का अनुमान लगाया था.
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अगले वित्त वर्ष में भारतीय अर्थव्यवस्था 9.9 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज करेगी
हालांकि, रेटिंग एजेंसी का अनुमान है कि अगले वित्त वर्ष 2021-22 में भारतीय अर्थव्यवस्था 9.9 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज करेगी. हालांकि, इसकी मुख्य वजह पिछले वित्त वर्ष का कमजोर आधार प्रभाव होगा. रेटिंग एजेंसी ने रिपोर्ट में कहा कि इंडिया रेटिंग्स का जीडीपी में 11.8 प्रतिशत की गिरावट का अनुमान देश के इतिहास में अर्थव्यवस्था का सबसे कमजोर आंकड़ा होगा। देश में जीडीपी के आंकड़े 1950-51 से उपलब्ध हैं. रिपोर्ट में कहा गया है कि यह छठा मौका होगा जब देश की अर्थव्यवस्था में गिरावट आएगी. इससे पहले वित्त वर्ष 1957-58, 1965-66, 1966-67, 1972-73 और 1979-80 में अर्थव्यवस्था में गिरावट आई थी. इससे पहले अर्थव्यवस्था में सबसे बड़ी गिरावट वित्त वर्ष 1979-80 में दर्ज हुई थी. उस समय अर्थव्यवस्था 5.2 प्रतिशत नीचे आई थी.
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एजेंसी ने कहा कि चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में 23.9 प्रतिशत की गिरावट, तिमाही जीडीपी आंकड़ों की श्रृंखला में पहली गिरावट है. यह श्रृंखला वित्त वर्ष 1997-98 की पहली तिमाही से उपलब्ध है. इंडिया रेटिंग्स का अनुमान है कि चालू वित्त वर्ष में देश की अर्थव्यवस्था को 18.44 लाख करोड़ रुपये का नुकसान होगा. रिपोर्ट में कहा गया है कि 2020-21 में खुदरा मुद्रास्फीति 5.1 प्रतिशत पर रहेगी. वहीं थोक मुद्रास्फीति शून्य से 1.7 प्रतिशत नीचे रहेगी.