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भूटान और बांग्लादेश से भी GDP में पीछे जा सकता है भारत! जानिए कैसे

अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) ने मंगलवार को यह कही. जिसकी वजह से भारत साल 2020 में प्रति व्यक्ति सकल घरेलू उत्पाद (GDP) में बांग्लादेश से भी पीछे जा सकता सकता है.

Updated on: 14 Oct 2020, 05:56 PM

नई दिल्‍ली:

 कोरोना वायरस (Corona Virus) से बुरी तरह प्रभावित भारतीय अर्थव्यवस्था (Indian Economy) में इस वर्ष के दौरान 10.3 प्रतिशत की बड़ी गिरावट आने का अनुमान है. अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) ने मंगलवार को यह कही. जिसकी वजह से भारत साल 2020 में प्रति व्यक्ति सकल घरेलू उत्पाद (GDP) में बांग्लादेश से भी पीछे जा सकता सकता है. आपको बता दें कि इस मामले में भारत श्रीलंका, मालदीव और भूटान से भी पीछे जा सकता है. आइए आपको समझाते हैं क्या है देश की प्रति व्यक्ति जीडीपी और भारत क्यों पीछे जा रहा है. 

अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) द्वारा जारी की गई रिपोर्ट के मुताबिक इस साल बांग्लादेश की प्रति व्यक्ति जीडीपी 1,888 डॉलर (करीब 1.38 लाख रुपये) रहने का अनुमान है जबकि भारत की प्रतिव्यक्ति जीडीपी लगभग 1,877 डॉलर (करीब 1.37 लाख रुपये) रहने का अनुमान है. आपको बता दें कि इसकी वजह देश में आई कोरोना महामारी संकट सबसे बड़ी वजह है.

श्रीलंका और भूटान से भी पीछे जा सकता है भारत 
आईएमएफ द्वारा जारी की गई रिपोर्ट के मुताबिक इस साल बांग्लादेश में इस साल प्रति व्यक्ति जीडीपी में 4 फीसदी की बढ़ोत्तरी होगी, जबकि दूसरी तरफ, भारत की प्रति व्यक्ति जीडीपी इस साल लगभग 10.5 फीसदी घटने की आशंका है. आईएमएफ रिपोर्ट के मुताबिक दक्षिण एशिया में भारत प्रति व्यक्ति जीडीपी के मामले में सिर्फ नेपाल और पाकिस्तान से ही आगे रह पाएगा. भारत में आई कोरोना महामारी और देश की वजह से इस साल भारत जीडीपी के मामले में भूटान, मालदीव और श्रीलंका से भी पीछे रह सकता है.

जानिए क्या होती है जीडीपी
किसी देश की सीमा में एक निर्धारित समय के भीतर तैयार सभी वस्तुओं और सेवाओं के कुल मौद्रिक या बाजार मूल्य को सकल घरेलू उत्पाद (GDP) कहते हैं. किसी देश की जीडीपी उसके घरेलू उत्पादन का व्यापक मापन होता है और इससे किसी देश की अर्थव्यवस्था के बारे में पता चलता है कि वो कितनी मजबूत है. आमतौर पर जीडीपी की गणना सालाना होती है,  लेकिन भारत में इसे हर तीन महीने यानी तिमाही में भी आंका जाता है. भारत में कुछ साल पहले इसमें शिक्षा, स्वास्थ्य, बैंकिंग और कंप्यूटर जैसी अलग-अलग सेवाओं यानी सर्विस सेक्टर को भी जोड़ दिया गया.

2021 में भारतीय अर्थव्यवस्था में आएगा तेज उछाल चीन को भी छोड़ सकते हैं पीछे
वहीं, इस दौरान विश्व अर्थव्यवस्था में 4.4 प्रतिशत की गिरावट और 2021 में 5.2 प्रतिशत की जोरदार वृद्धि के साथ आगे बढ़ने का अनुमान व्यक्त किया गया है.  हालांकि, इसके साथ ही आईएमएफ ने कहा है कि 2021 में भारतीय अर्थव्यवस्था में संभवत: 8.8 प्रतिशत की जोरदार बढ़त दर्ज की जायेगी और वह चीन को पीछे छोड़ते हुये तेजी से बढ़ने वाली उभरती अर्थव्यवस्था का दर्जा फिर से हासिल कर लेगी.