/newsnation/media/post_attachments/images/2022/03/06/indian-flight-39.jpg)
(source : IANS)( Photo Credit : Twitter )
0
By clicking the button, I accept the Terms of Use of the service and its Privacy Policy, as well as consent to the processing of personal data.
Don’t have an account? Signup
देश में घरेलू विमानन यातायात में रिकॉर्ड वृद्धि जारी है, जनवरी-अक्टूबर के दौरान घरेलू एयरलाइनों द्वारा यात्रियों की संख्या पिछले वर्ष 6.20 करोड़ थी, इसी अवधि के दौरान यह इस साल 9.88 करोड़ थी, यानी 59.16 की वार्षिक वृद्धि और 26.95 प्रतिशत की मासिक वृद्धि दर्ज की गई. विमानन नियामक डीजीसीए द्वारा मंगलवार को जारी आंकड़ों के अनुसार, देश में अक्टूबर के दौरान घरेलू एयरलाइंस द्वारा लगभग 1.14 करोड़ यात्रियों को ले जाया गया, जबकि पिछले साल इसी अवधि के दौरान 89.85 लाख यात्रियों ने यात्रा की थी.
(source : IANS)( Photo Credit : Twitter )
देश में घरेलू विमानन यातायात में रिकॉर्ड वृद्धि जारी है, जनवरी-अक्टूबर के दौरान घरेलू एयरलाइनों द्वारा यात्रियों की संख्या पिछले वर्ष 6.20 करोड़ थी, इसी अवधि के दौरान यह इस साल 9.88 करोड़ थी, यानी 59.16 की वार्षिक वृद्धि और 26.95 प्रतिशत की मासिक वृद्धि दर्ज की गई. विमानन नियामक डीजीसीए द्वारा मंगलवार को जारी आंकड़ों के अनुसार, देश में अक्टूबर के दौरान घरेलू एयरलाइंस द्वारा लगभग 1.14 करोड़ यात्रियों को ले जाया गया, जबकि पिछले साल इसी अवधि के दौरान 89.85 लाख यात्रियों ने यात्रा की थी.
एयरलाइंस का पैसेंजर लोड फैक्टर या ऑक्युपेंसी 75 से 85 प्रतिशत के दायरे में उच्च स्तर पर रहा. नव-शुरू की गई अकासा एयर ने अक्टूबर के दौरान 77.5 प्रतिशत की ऑक्यूपेंसी दर्ज की. स्पाइसजेट ने अक्टूबर के दौरान सबसे अधिक 88.1 प्रतिशत की ऑक्यूपेंसी दर्ज की, जबकि इंडिगो ने 82.1 प्रतिशत पैसेंजर लोड फैक्टर देखा. इस दौरान एयर इंडिया की 82.7 फीसदी और गोफस्र्ट की 86.7 फीसदी ऑक्यूपेंसी थी.
उद्योग के सूत्रों ने कहा कि पिछले कुछ हफ्तों में कोविड-19 मामलों की संख्या में गिरावट दर्ज की गई है, जिसके परिणामस्वरूप विमानन यातायात में सामान्य स्थिति बहाल हो गई है. इसके अलावा, सरकार ने धीरे-धीरे विभिन्न प्रतिबंधों को भी हटा दिया है.
हाल ही में फ्लाइट्स में मास्क पहनने की अनिवार्यता को खत्म कर दिया गया था, इससे पहले विमानन नियामक ने सरकारी प्राधिकरणों और एयरलाइंस सहित हितधारकों के बीच विचार-विमर्श के बाद हवाई किराए की निचली और ऊपरी सीमा को हटाने की घोषणा की थी. कैरियर्स का विचार था कि घरेलू हवाई यातायात की पूर्ण वसूली के लिए मूल्य निर्धारण कैप को हटाना आवश्यक है.
डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.
Source : IANS