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फाइल फोटो
आइडिया और वोडाफोन के विलय की घोषणा कंपनी के निवेशकों के लिए नुकसान का कारण बन रहा है। विलय की घोषणा के बाद लगातार दूसरे दिन भी आइडिया के निवेशकों को भारी नुकसान उठाना पड़ा। मंगलवार को भी आइडिया के शेयरों में करीब 5 फीसदी की गिरावट आई।
उपभोक्ता संख्या के आधार पर आइडिया देश की तीसरी बड़ी कंपनी है जबकि वोडाफोन इंडिया देश की दूसरी बड़ी कंपनी है।
2016 में टेलीकॉम मार्केट में रिलायंस जियो की एंट्री के बाद से टेलीकॉम मार्केट में एकीकरण की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। इसके तहत एयरसेल और रिलायंस कम्युनिकेशन के बीच विलय प्रक्रिया की शुरुआत हो चुकी है, जिसे अब सीसीआई की मंजूरी मिल चुकी है।
आर-कॉम और एयरसेल के विलय के बाद अब देश की दूसरी और तीसरी बड़ी कंपनी आइडिया और वोडाफोन के बीच विलय की शुरूआत हो चुकी है। हालांकि दोनों कंपनियों के विलय का फैसला आइडिया के निवेशकों पर भारी पड़ता नजर आ रहा है।
विलय की घोषणा के दिन आइडिया के शेयरों में करीब 10 फीसदी से अधिक की गिरावट आई थी। वहीं दूसरे दिन भी कंपनी के शेयरों में गिरावट जारी रही।
मंगलवार को आइडिया के शेयरों में करीब 5 फीसदी की गिरावट आई। आइडिया का शेयर बंबई स्टॉक एक्सचेंज में 4.76 फीसदी की गिरावट के साथ 92.95 रुपये पर बंद हुआ। इससे पहले कंपनी का शेयर 97.6 रुपये पर बंद हुआ था।
मंगलवार को कंपनी के शेयरों में 4.76 फीसदी की गिरावट आई और यह 92.95 रुपये पर बंद हुआ। दिन भर के कारोबार के दौरान कंपनी के शेयर 7.63 फीसदी तक टूट गए।
विलय की घोषणा से कंपनी के निवेशकों को हुए नुकसान का अंदाजा कंपनी के बाजार पूंजीकरण में आई गिराव को देखकर लगाया जा सकता है।
पिछले दो दिनों में आइडिया के बाजार पूंजीकरण में 5367.49 करोड़ रुपये की गिरावट आई है।
यह विलय की घोषणा के दो दिनों बाद कंपनी का बाजार पूंजीकरण में आई गिरावट है। आइडिया के शेयरों में आई बिकवाली की वजह से टेलीकॉम इंडेक्स भी दबाव में दिखा।
बीएसई टेलीकॉम इंडेक्स मंगलवार को करीब आधे फीसदी से अधिक की गिरावट के साथ बंद हुआ और अन्य टेलीकॉम कंपनियों एमटीएनएल, टाटा कम्युनिकेशन, ऑनमोबाइल के शेयरों में गिरावट जारी रही।
और पढ़ें: Vodafone और Idea का होगा विलय, बोर्ड ने दी मंजूरी, बनेगी देश की सबसे बड़ी टेलिकॉम कंपनी
विलय के बाद बनने वाली नई कंपनी में ब्रिटिश कंपनी वोडाफोन के पास 45.1 फीसदी हिस्सेदारी होगी जबकि आदित्य बिड़ला ग्रुप की कंपनी आइडिया समूह के पास 26 फीसदी हिस्सेदारी होगी।
आइडिया को 4.9 फीसदी हिस्सेदारी के लिए 3,874 करोड़ रुपये का भुगतान करना होगा। दोनों कंपनियों के विलय के बाद बनने वाली नई कंपनी देश की सबसे बड़ी मोबाइल कंपनी होगी, जिसके पास 23 अरब से अधिक उपभोक्ता होंगे। फिलहाल उपभोक्ता संख्या के आधार पर एयरटेल भारत की सबसे बड़ी कंपनी है।
आइडिया और वोडाफोन का विलय 2018 में पूरा होगा। इस विलय के लिए आइडिया सेल्युलर का वैल्युएशन 72,200 करोड़ रुपये आंका गया है, जबकि वोडाफोन का वैल्युएशन 82,800 करोड़ रुपये आंका गया है।
HIGHLIGHTS
- आइडिया और वोडाफोन के विलय की घोषणा के बाद लगातार दूसरे दिन भी आइडिया के निवेशकों को भारी नुकसान उठाना पड़ा
- पिछले दो दिनों में देश की तीसरी बड़ी मोबाइल कंपनी आइडिया सेल्युलर के बाजार पूंजीकरण में 5367.49 करोड़ रुपये की गिरावट आई है
Source : Abhishek Parashar