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Hacking charges against China (फाइल फोटो)
Hacking charges against China : अमेरिका के बाद अब पांच और देशों - ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, जापान, न्यूजीलैंड, और ब्रिटेन ने चीन पर आरोप लगाया है कि वह दुनियाभर की प्रमुख कंपनियों के ट्रेड सीक्रेट (व्यापार के गुप्त राज) चुरा रहा है और इसके लिए वह एक हैकर समूह की मदद लेता है, जिसे एंडवांस्ड पर्सिस्टेंट थ्रेट 10, या एपीटी 10 नाम से जाना जाता है. एक मीडिया रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई. सीएनईटी की सहयोगी वेबसाइट जेडीनेट की शुक्रवार की रिपोर्ट में कहा गया है कि पांच देशों ने यह आधिकारिक बयान दिया है, जिसमें कहा गया है कि चीन की राज्य सुरक्षा मंत्रालय (एमएसएस) एपीटी10 गतिविधियों को समर्थन देती है.
रिपोर्ट में कहा गया कि जर्मन सरकार ने गुरुवार को स्थानीय कंपनियों को चेतावनी दी कि उनके क्लाउड प्रदाता को हैक किया जा सकता है. यह चेतावनी अमेरिकी न्याय विभाग द्वारा गुरुवार को दो चीनी नागरिकों को आर्थिक जासूसी करने के लिए 'संयुक्त राज्य अमेरिका और दुनिया में दर्जनों कंपनियों के खिलाफ कंप्यूटर घुसपैठ की 'साजिश रचने' के आरोप के बाद जारी की गई है.
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चीन ने शुक्रवार को अमेरिका और उसके सहयोगी देशों द्वारा लगाए गए साइबर हमलों के आरोपों को मजबूती से खारिज किया था और अमेरिका पर आरोप लगाया था कि वह 'निराधार' आरोप लगा रही है कि वैश्विक हैकिंग के पीछे चीनी सरकार है.
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चीन के विदेश मंत्रालय प्रवक्ता हुआ चुनइंग ने अमेरिका आरोपों को जितनी जल्दी संभव हो, उतनी जल्दी वापस लेने और संदिग्ध चीनी हैकर्स झू हुआ और झांग शिलोंग के खिलाफ मुकदमा नहीं चलाने को कहा है. हुआ ने कहा कि चीन ने अमेरिका के समक्ष आधिकारिक विरोध दर्ज किया है और "चीन अपनी साइबर सुरक्षा और हितों के बचाव के सभी जरूरी कदम उठाएगा."
Source : PTI