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ग्रीनलाइन ने अल्ट्राटेक सीमेंट के पुणे बल्क टर्मिनल पर अपने एलएनजी संचालित ट्रक किए तैनात

ग्रीनलाइन ने अल्ट्राटेक सीमेंट के पुणे बल्क टर्मिनल पर अपने एलएनजी संचालित ट्रक किए तैनात

Updated on: 07 Apr 2023, 06:55 PM

नई दिल्ली:

भारत की पहली और एकमात्र एलएनजी-ईंधन वाली हेवी ट्रकिंग लॉजिस्टिक्स कंपनी ग्रीनलाइन (ग्रीन प्लैनेट लॉजिस्टिक्स प्राइवेट लिमिटेड) ने पुणे स्थित अल्ट्राटेक सीमेंट के बल्क टर्मिनल पर अपने एलएनजी-संचालित ट्रकों की तैनाती की घोषणा की है।

नागपुर के पास अवारपुर सीमेंट वर्क्‍स में पहली तैनाती के बाद, ग्रीनलाइन के एलएनजी-संचालित ट्रकों के बेड़े की दूसरी तैनाती के साथ, अल्ट्राटेक अपने संचालन के टिकाऊपन और डीकाबोर्नाइजेशन के लिए अपनी प्रतिबद्धता में आगे बढ़ रहा है।

कंपनी के टिकाऊ लक्ष्यों को प्राप्त करने की दिशा में एलएनजी ट्रकों का उपयोग एक महत्वपूर्ण कदम है। आने वाले महीनों में देश भर में अपने संयंत्रों में एलएनजी बेड़े को बढ़ाने के लिए यह अल्ट्राटेक की प्रतिबद्धता को रेखांकित करता है।

अल्ट्राटेक सीमेंट के एवीपी लॉजिस्टिक्स तन्मय प्रधान, अल्ट्राटेक पुणे बल्क टर्मिनल की प्लांट हेड निशा जैन और ग्रीनलाइन के सीईओ आनंद मिमानी और अन्य प्रमुख अधिकारियों ने ट्रकों को हरी झंडी दिखाई।

इस मौके तन्मय प्रधान ने कहा, अल्ट्राटेक में हम एक टिकाऊ भविष्य बनाने के लिए समर्पित हैं, और हम स्वच्छ पर्यावरण के अपने लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए अपने भागीदारों और हितधारकों के साथ सहयोग करने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध हैं। ग्रीनलाइन के साथ हमारा सहयोग उत्सर्जन कम करने, ऊर्जा दक्षता बढ़ाने और टिकाऊपन को बढ़ावा देने के हमारे चल रहे प्रयासों में एक कदम आगे है।

ग्रीनलाइन के एलएनजी-संचालित ट्रक पारंपरिक डीजल ट्रकों की तुलना में 28 प्रतिशत कम सीओ2 उत्सर्जन करते हैं, यानि कि प्रति ट्रक प्रति वर्ष 24 टन सीओ2 उत्सर्जन में कमी। इसके अलावा, ये एलएनजी ट्रक अन्य खतरनाक उत्सर्जन - सल्फर गैस उत्सर्जन को 100 प्रतिशत तक, नाइट्रोजन गैस उत्सर्जन को 59 प्रतिशत तक और पार्टिकुलेट मैटर को 91 प्रतिशत तक कम करते हैं।

आनंद मिमानी ने कहा, हमें हेवी ट्रकिंग से कार्बन उत्सर्जन को कम करने के प्रयास में अल्ट्राटेक सीमेंट के साथ ग्रीन मोबिलिटी पार्टनर होने पर गर्व है। सड़क लॉजिस्टिक से जहरीले, प्रदूषणकारी उत्सर्जन को कम करना व्यवसायों के लिए महत्वपूर्ण है, और ग्रीनलाइन सक्रिय रूप से एलएनजी संचालित हेवी-ड्यूटी ट्रकों के हमारे बेड़े के जरिए इस प्रयास में कॉरपोरेट्स को सपोर्ट कर रही है।

ग्रीनलाइन एक ग्रीन मॉबिलिटी मिशन पर है और कॉरपोरेट्स के लिए एलएनजी ईंधन वाले लंबी दूरी के ट्रकों को व्यापक रूप से अपनाने का मार्ग प्रशस्त कर रही है, जिससे उनको काफी फायदा होगा। ग्रीनलाइन ने भारत का पहला और एकमात्र एकीकृत ग्रीन मॉबिलिटी इकोसिस्टम बनाने के लिए कई संगठनों के साथ सहयोग किया है जिससे एलएनजी ट्रकिंग अब वास्तविक रूप ले रहा है।

डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.