2017-18 के लिए तय सीमा के पार गया देश का राजकोषीय घाटा

वित्त वर्ष 2017-18 के पहले आठ महीनों में ही राजकोषीय घाटा देश के सालाना बजटीय लक्ष्य का 112 फीसदी हो चुका है, जो कि 6.12 लाख करोड़ रुपये है।

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Abhishek Parashar
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2017-18 के लिए तय सीमा के पार गया देश का राजकोषीय घाटा

केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली (फाइल फोटो)

वित्त वर्ष 2017-18 के पहले आठ महीनों में ही राजकोषीय घाटा देश के सालाना बजटीय लक्ष्य का 112 फीसदी हो चुका है, जो कि 6.12 लाख करोड़ रुपये है। जबकि पूरे साल का लक्ष्य 5.46 लाख करोड़ रुपये रखा गया था। 

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महालेखा नियंत्रक (सीजीए) द्वारा जारी आंकड़ों से पता चलता है कि अप्रैल-नवंबर की अवधि में राजकोषीय घाटा बजटीय लक्ष्य का 85.8 फीसदी था।

सीजीए के आंकड़ों के मुताबिक, समीक्षाधीन अवधि में कर राजस्व कुल 6.99 करोड़ रुपये इकट्ठा किया गया, जो चालू वित्त वर्ष के बजटीय लक्ष्य का 54.2 फीसदी है।

आंकड़ों से पता चलता है कि अप्रैल-नवंबर की अवधि में कुल सरकारी व्यय 14.78 लाख करोड़ रुपये रहा है, जो कि समूचे वित्त वर्ष के अनुमान का 68.9 फीसदी है।

वित्त वर्ष 2017-18 में राजकोषीय घाटा (राजस्व और सरकारी व्यय का अंतर) का 5.46 लाख करोड़ रुपये का अनुमान लगाया गया है, जबकि पिछले वित्त वर्ष में यह 5.34 लाख करोड़ रुपये था।

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HIGHLIGHTS

  • 2017-18 के पहले आठ महीनों में ही राजकोषीय घाटा देश के सालाना बजटीय लक्ष्य का 112 फीसदी हो चुका है
  • पूरे साल का लक्ष्य 5.46 लाख करोड़ रुपये रखा गया था

Source : News Nation Bureau

Fiscal Deficit Target current financial year November deficit
      
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