Coronavirus (Covid-19): रिजर्व बैंक ने रिवर्स रेपो रेट में 0.25 फीसदी कटौती का ऐलान किया, NPA नियमों में बैंकों को राहत

Coronavirus (Covid-19): आरबीआई गवर्नर ने 25 मार्च से देशव्यापी लॉकडाउन लागू होने के बाद से दूसरी बार मीडिया को संबोधित किया. इससे पहले 27 मार्च को RBI ने समय से पहले मौद्रिक नीति समिति की बैठक में रेपो रेट में रिकॉर्ड 0.75 फीसदी की कटौती करने की घोषणा की थी.

author-image
Dhirendra Kumar
एडिट
New Update
Shaktikanta Das

शक्तिकांत दास (Shaktikanta Das)( Photo Credit : फाइल फोटो)

Coronavirus (Covid-19): भारतीय रिजर्व बैंक (Reserve Bank-RBI) के गवर्नर शक्तिकांत दास (Shaktikanta Das) ने कहा कि कोरोना वायरस के असर को देखते हुए रिजर्व बैंक सतर्क है. उन्होंने कहा कि रिवर्स रेपो रेट में 0.25 फीसदी की कटौती का निर्णय लिया गया है. रिजर्व बैंक ने रिवर्स रेपो रेट को 4 फीसदी से घटाकर 3.75 फीसदी करने का ऐलान कर दिया है. मौजूदा माहौल को आरबीआई करीब से मॉनिटर कर रहा है. उन्होंने कहा कि बदले माहौल में स्थिति से अवगत कराना जरूरी हो गया है. 27 मार्च को आरबीआई ने स्थिति की गंभीरता का जिक्र किया था. उन्होंने कहा कि G-20 देशों में भारत का ग्रोथ अनुमान बेहतर है. इसके अलावा अर्थव्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए हर जरूरी कदम उठाएंगे. मौजूदा मुश्किल दौर में हमारा ग्रोथ अनुमान 1.9 फीसदी है.

Advertisment

यह भी पढ़ें: Gold Silver Rate Today: MCX पर सोना-चांदी खरीदें या बेचें, जानिए आज की बेहतरीन रणनीति

फरवरी 2020 तक ट्रैक्टर सेल्स ग्रोथ 21.3 फीसदी

उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस का असर फरवरी के बाद के आईआईपी के आंकड़ों के ऊपर पड़ेगा. फरवरी 2020 तक ट्रैक्टर सेल्स ग्रोथ 21.3 फीसदी दर्ज की गई थी. लॉकडाउन की वजह से पावर डिमांड 25-30 फीसदी घटी है. लॉकडाउन में देश में 1.20 लाख करोड़ रुपये की करेंसी की सप्लाई की है. देश में 91 फीसदी एटीएम पूरी क्षमता के साथ काम कर रहे हैं. 27 मार्च से बैंकिंग सिस्टम में अतिरिक्त नगदी बढ़ी है. शक्तिकांत दास ने कहा कि 2021-22 में ग्रोथ में तेजी आने का अनुमान है. 

यह भी पढ़ें: Covid-19: विकसित देशों में फिर से शुरू हो सकती है आर्थिक गतिविधियां, आपसी सहमति के संकेत

एनबीएफसी की वित्तीय दिक्कतों को दूर की जाएगी
आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि एनबीएफसी (NBFCs) और एमएफआई (MFIs) की वित्तीय दिक्कतों को दूर करने के लिए 1 लाख करोड़ रुपये का TLTRO-2.0 लाया जा रहा है. TLTRO-2.0 ऑक्शन का नोटिफिकेशन आज जारी किया जाएगा. उन्होंने कहा कि TLTRO-2.0 की शुरुआत 50 हजार करोड़ रुपये से किया जा रहा है. बैंक TLTRO-2.0 फंड का निवेश NBFC में कर सकेंगे. TLTRO-2.0 50 फीसदी फंड छोटो और मझौले NBFCs को दिए जाएंगे.  NABARD को 25 हजार करोड़ रुपये की नगदी दी जाएगी. उन्होंने कहा कि बैंकों को NPA के नियमों में राहत दी जाएगी. Moratorium की अवधि को NPA में नहीं गिना जाएगा. उन्होंने कहा कि वित्त वर्ष 2021 में CPI 4 फीसदी से कम रहने का अनुमान है.

यह भी पढ़ें: Coronavirus (Covid-19): कोरोना वायरस से लड़ाई में मोदी सरकार ने राज्यों की भेजी हजारों करोड़ रुपये की मदद

देश में लॉकडाउन लागू होने के बाद शक्तिकांत दास आज दूसरी बार मीडिया को संबोधिया किया
बता दें कि आरबीआई ने ट्वीट किया था आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास के संबोधन का सीधा प्रसारण आज (17 अप्रैल 2020) सुबह दस बजे किया जाएगा. गौरतलब है कि आरबीआई गवर्नर ने 25 मार्च से देशव्यापी लॉकडाउन लागू होने के बाद से दूसरी बार मीडिया को संबोधित किया. इससे पहले 27 मार्च को RBI ने समय से पहले मौद्रिक नीति समिति की बैठक में रेपो रेट में रिकॉर्ड 0.75 फीसदी की कटौती करने की घोषणा की थी. इसके साथ ही रेपो दर 15 साल के निचले स्तर 4.40 फीसदी पर आ गई थी.

यह भी पढ़ें: Coronavirus (Covid-19): कोरोना वायरस से लड़ाई में मोदी सरकार ने राज्यों की भेजी हजारों करोड़ रुपये की मदद

क्या होता है रेपो रेट, रिवर्स रेपो रेट
रेपो रेट (Repo Rate) वह दर होती है जिस दर पर रिजर्व बैंक (RBI) दूसरे व्यवसायिक बैंक को कर्ज देता है. व्यवसायिक बैंक रिजर्व बैंक से कर्ज लेकर अपने ग्राहकों को लोन ऑफर करते हैं. रेपो रेट कम होने से आपके लिए लोन की दरें भी कम होती हैं. वहीं रिवर्स रेपो रेट वह दर होती है जिस पर बैंकों को रिजर्व बैंक में जमा उनकी पूंजी पर ब्याज मिलता है.

covid-19 Shaktikant das RBI Governor corona-virus RBI Reserve Bank coronavirus
      
Advertisment