सरकार ने 2018-19 सीजन के लिए कच्चे जूट की न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) को 200 रुपये प्रति क्विंटल बढ़ाकर 3,700 रुपये प्रति क्विंटल कर दिया है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में आर्थिक मामलों की कैबिनेट समिति ने फेयर एवरेज क्वालिटी (एफएक्यू) के लिेए एमएसपी को बढ़ाया है जो कि 2017-18 में 3,500 रुपये प्रति क्विंटल किया था।
अधिकारिक रिलीज के मुताबिक, एमएसपी से अब उत्पादन मूल्यों पर 63.2% का लाभ होगा।
इसके मुताबिक, 'बढ़ाया गया एमएसपी एग्रीकल्चरल कॉस्ट्स और प्राइसेस कमीशन (सीएसीपी) की सिफारिशों के आधार पर निर्णय लिया है।'
सरकार के इस निर्णय से पश्चिम बंगाल, असम और बिहार के जूट किसानों को फायदा पहुंचेगा जहां देश की कुल जूट उत्पादन का 95 फीसदी शामिल है।
सरकार ने 2018-19 के बजट पेश करने के दौरान घोषणा की थी कि विभिन्न फसलों की उत्पादन लागत के डेढ़ गुणा मूल्य किसानों को दिया जाएगा।
रिलीज के मुताबिक जूट कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया ही सेंट्रल नोडल एजेंसी के जैसे काम करेगी और जूट पैदा करने वाले राज्यों में एमएसपी पर समर्थन मूल्य का परिचालन करेगी।
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Source : News Nation Bureau