कोरोना वायरस (Coronavirus) के प्रकोप से औंधे मुंह गिरे दुनियाभर के बाजार, आर्थिक मंदी की आशंका गहराई

कोरोना वायरस (Coronavirus) के बढ़ते प्रकोप के चलते एक महीने के लिए ब्रिटेन को छोड़कर बाकी यूरोप से लोगों के अमेरिका आने पर प्रतिबंध लगाने के बाद दुनियाभर के शेयर बाजार (Global Share Market) औंधे मुंह गिर गए.

कोरोना वायरस (Coronavirus) के बढ़ते प्रकोप के चलते एक महीने के लिए ब्रिटेन को छोड़कर बाकी यूरोप से लोगों के अमेरिका आने पर प्रतिबंध लगाने के बाद दुनियाभर के शेयर बाजार (Global Share Market) औंधे मुंह गिर गए.

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Dhirendra Kumar
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Global Share Market( Photo Credit : फाइल फोटो)

अमेरिकी राष्ट्रपति (US President) डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) के कोरोना वायरस (Coronavirus) के बढ़ते प्रकोप के चलते एक महीने के लिए ब्रिटेन को छोड़कर बाकी यूरोप से लोगों के अमेरिका आने पर प्रतिबंध लगाने के बाद दुनियाभर के शेयर बाजार (Global Share Market) औंधे मुंह गिर गए. इस दौरान कच्चे तेल (Crude Oil) की कीमतों में भी भारी गिरावट हई और वैश्विक अर्थव्यवस्था (Global Economy) में मंदी (Recession) की आशंका बढ़ गई.

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WHO ने कोरोना वायरस को महामारी घोषित किया

दुनियाभर में इस बीमारी के काबू में आने के संकेत नहीं मिल रहे हैं और इस बीच एक असाधारण संबोधन में ट्रंप ने कहा कि यूरोपीय देशों पर लगाया गया प्रतिबंध 30 दिनों के लिए होगा. विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने कोरोना वायरस को महामारी घोषित किया है और कहा है कि इसके कहा कि इसकी रोकथाम के लिए पर्याप्त कदम नहीं उठाए गए. ऐसे में पहले ही गिरावट का सामना कर रहे एशियाई शेयर बाजार औंधे मुंह गिर गए. तोक्यो में पांच फीसदी से ज्यादा, हांगकांग में 3.8 प्रतिशत और सिडनी में लगभग सात प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई. बैंकॉक शेयर बाजार लगभग आठ प्रतिशत नीचे चला गया.

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शंघाई शेयर बाजार में 1.3 फीसदी की गिरावट

सियोल, वेलिंगटन, मुंबई और ताइपे में लगभग चार प्रतिशत की गिरावट देखी गई, जबकि सिंगापुर और जकार्ता में तीन प्रतिशत से ज्यादा की कमी आई. शंघाई शेयर बाजार में 1.3 फीसदी की गिरावट आई. इस दौरान अमेरिकी डॉलर के मुकाबले जापानी येन में एक प्रतिशत से अधिक का उछल आया. एक्सीकॉर्प के स्टीफन इनेस ने कहा कि यात्रा प्रतिबंध से वैश्विक आर्थिक गतिविधियों में कमी आएगी, इसलिए कारोबारी बिकवाली कर रहे हैं. अमेरिकी बाजारों से नकारात्मक संकेत आने के बाद सभी उसकी गिरफ्त में है.

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अमेरिका से एक के बाद एक कई बुरी खबरें आईं, जिसका असर वॉल स्ट्रीट पर दिखा. हिल्टन ने अपनी कमाई के पूर्वानुमान को वापस ले लिया, जबकि बोइंग ने कहा कि वह नियुक्तियों और ओवरटाइम भुगतान को निलंबित करेगा. इसके चलते डॉओ में गिरावट आई और यह हाल में अपने उच्चतम स्तर से 20 प्रतिशत टूट चुका है. कोरोना वायरस के प्रकोप से वास्तव में कोई भी क्षेत्र अछूता नहीं है. सबसे अधिक असर पर्यटन पर हुआ है. चीन, ईरान और इटली समेत दुनिया भर में कोरोना वायरस से 4,500 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है और 1.24 लाख से ज्यादा लोग संक्रमित हैं.

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