एसबीआई इकोरैप की एक रिपोर्ट के अनुसार, अप्रैल-जून तिमाही के लिए भारत की जीडीपी वृद्धि दर ऊपर की ओर झुकाव के साथ लगभग 18.5 प्रतिशत रहने की संभावना है।
वित्तवर्ष 2022 की पहली तिमाही के लिए जीडीपी अनुमान भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा अनुमानित 21.4 प्रतिशत की वृद्धि से कम है।
एसबीआई की रिपोर्ट के मुताबिक, ग्रॉस वैल्यू एडेड (जीवीए) 15 फीसदी रहने का अनुमान है।
रिपोर्ट में कहा गया, एसबीआई नाउकास्टिंग मॉडल के आधार पर, वित्तवर्ष 22 की पहली तिमाही के लिए अनुमानित सकल घरेलू उत्पाद की वृद्धि लगभग 18.5 प्रतिशत (ऊपर की ओर पूर्वाग्रह के साथ) होगी।
2022 की दूसरी तिमाही में उच्च वृद्धि हो या वित्तवर्ष 22 की पहली तिमाही में, ऐसा मुख्य रूप से निम्न आधार के कारण है। लगभग सभी देशों ने वास्तविक सकल घरेलू उत्पाद की वृद्धि दोहरे अंकों (या दोहरे अंकों के करीब) दर्ज की है। 17 अर्थव्यवस्थाओं के लिए औसत वास्तविक सकल घरेलू उत्पाद वृद्धि 2022 की पहली तिमाही में माइनस 0.1 प्रतिशत से बढ़कर 2022 की दूसरी तिमाही में 12.2 प्रतिशत हो गया है।
यदि अब तक घोषित कॉर्पोरेट परिणामों को देखा जाए, तो रिपोर्ट के अनुसार, वित्तवर्ष 22 की पहली तिमाही में कॉर्पोरेट जीवीए में पर्याप्त सुधार दिखाई दे रहा है। कुल मिलाकर, 4,069 कंपनियों के कॉर्पोरेट जीवीए ने वित्तवर्ष 22 की पहली तिमाही में 28.4 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज करती दिख रही है।
हालांकि, यह वित्तवर्ष 22 की चौथी तिमाही में होने वाले विकास से कम है, इसलिए कम जीडीपी अनुमान की पुष्टि होती है, जैसा कि पहले अनुमान लगाया गया था।
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Source : IANS