यूपीए के कार्यकाल के जीडीपी (सकल घरेलू उत्पाद) में बदलाव को लेकर कांग्रेस और बीजेपी में राजनीतिक बयानबाजी तेज़ हो गई है. बुधवार को पी चिदंबरम के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा कि कांग्रेस पार्टी विरोधाभासी बातें कर रही है. मीडिया से बात करते हुए वित्त मंत्री ने कहा, 'जब नए मापदंडों पर जीडीपी डेटा के नए सीरीज की शुरुआत हुई तो यूपीए सरकार के आखिर दो वर्ष भी दायरे में आए थे.'
उन्होंने कहा कि जीडीपी के नए आंकड़े पहले की तुलना में ज्यादा सही हैं. वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा कि कल सीएसओ में अपने न्यू जीडीपी सीरीज के बेसिस पर 2004-05 से लेकर 2011-12 तक अपने रिविजन सार्वजनिक किए हैं. फरवरी 2015 में उन्होंने अपना न्यू फॉरमूलेशन किया था, इसपर न्यू जीडीपी सीरीज बनाई गई थी.'
वित्त मंत्री ने कहा कि जीडीपी के आकलन का नए मानदंडों में उन सभी कारकों को शामिल किया गया है जो विश्वस्तरीय हैं. अब जीडीपी डेटा जुटाने का तरीका ग्लोबल स्टैंडर्ड पर आधारित है. जेटली ने कहा, 'जीडीपी डेटा के नए सीरीज का आकलन विश्व के सबसे अच्छे मापदंड के मुताबिक किया गया है।'
बता दें कि केंद्रीय सांख्यिकी कार्यालय (सीएसओ) द्वारा जारी ताजा समायोजित आंकड़ों के अनुसार 2010-11 में अर्थव्यवस्था की वृद्धि दर 8.5 प्रतिशत रही थी. जबकि इसके पहले 10.3 प्रतिशत वृद्धि का अनुमान लगाया गया था. इसी तरह 2005-06 और 2006-07 के 9.3- 9.3 प्रतिशत के वृद्धि दर के आंकड़ों को घटाकर क्रमश: 7.9 और 8.1 प्रतिशत किया गया है.
इसी तरह 2007-08 के 9.8 प्रतिशत के वृद्धि दर के आंकड़े को घटाकर 7.7 प्रतिशत किया गया है. संशोधित वृद्धि दर के आंकड़े 2019 के आम चुनाव से पहले जारी किए गए हैं.
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जिसके बाद यूपीए सरकार में वित्त मंत्री रहे पी. चिदंबरम ने नीति आयोग के आंकड़े को बहुत बुरा मजाक बताते हुए कहा, ‘नीति आयोग का संशोधित जीडीपी आंकड़ा दरअसल एक जोक है. एक बहुत ही खराब जोक. ये आंकड़े किसी सम्मानित कदम को ठेस पहुंचाने भर के लिए जारी किए गए हैं.'
नीति आयोग के वाइस चेयरमैन ने भी चिदंबरम के बयान पर तीखी प्रतिक्रिया दी है. वाइस चेयरमैन राजीव कुमार ने कहा कि कांग्रेस न सिर्फ सीएसओ की बौद्धिक और तकनीकी क्षमता को कमतर बताने की कोशिश कर रही है बल्कि 10 जाने-माने सांख्यिकी के विद्वानों जिन्होंने इस पूरी रिपोर्ट की समीक्षा की और इस डेटा को तैयार करने में योगदान दिया, उनके महत्व को भी कम कर रही है.
कांग्रेस ने आरोप लगाया कि मोदी सरकार पिछले वर्षों के जीडीपी के आंकड़ों में हेराफेरी कर रही है. यह पिछले 15 वर्षों में भारत के विकास की कहानी को बदलने का साजिश है. कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने इसे एक ‘क्लासिक’ मामला बताया जिसमें ऑपरेशन तो सफल रहा लेकिन मरीज की मौत हो गई. उन्होंने एक बयान में कहा, जीडीपी के संबंध में जारी आंकड़े पिछले 15 साल में भारत की विकास की कहानी में गड़बड़ी करने के मोदी सरकार के प्रयास को दिखाते हैं.
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मोदी सरकार और उसका कठपुतली नीति आयोग चाहता है कि लोग मान लें 2+2 =8 होता है. उन्होंने कहा कि पुराने आंकड़ों के नाम पर दिखावा, बाजीगरी, चालबाजी और छल-कपट बेचा जा रहा है.
Source : News Nation Bureau