नोटबंदी पर RBI की रिपोर्ट के बाद मोदी सरकार के लिए एक और बुरी खबर, जीडीपी में भारी गिरावट

चालू वित्त वर्ष की जून में खत्म हुई तिमाही के दौरान देश के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) की वृद्धि दर में गिरावट दर्ज की गई और यह वित्त वर्ष 2016-17 की चौथी तिमाही के 6.1 फीसदी से घटकर 5.7 फीसदी पर आ गई।

author-image
Jeevan Prakash
एडिट
New Update
नोटबंदी पर RBI की रिपोर्ट के बाद मोदी सरकार के लिए एक और बुरी खबर, जीडीपी में भारी गिरावट

अरुण जेटली और पीएम मोदी (फाइल फोटो)

चालू वित्त वर्ष की जून में खत्म हुई तिमाही के दौरान देश के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) की वृद्धि दर में गिरावट दर्ज की गई और यह वित्त वर्ष 2016-17 की चौथी तिमाही के 6.1 फीसदी से घटकर 5.7 फीसदी पर आ गई। आधिकारिक आंकड़ों से गुरुवार को यह जानकारी मिली।

Advertisment

केंद्रीय सांख्यिकी कार्यालय (सीएसओ) द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में जीडीपी 5.7 फीसदी की वृद्धि दर के साथ 31.10 लाख करोड़ रुपये रही, जबकि पिछले वित्त वर्ष की चौथी तिमाही के दौरान इसकी वृद्धि दर 6.1 फीसदी थी।

अगर जीडीपी की वृद्धि दर की तुलना एक साल पहले की समान तिमाही से करें तो इसमें काफी अधिक गिरावट दर्ज की गई है। वित्त वर्ष 2016-17 की पहली तिमाही के दौरान जीडीपी की रफ्तार 7.9 फीसदी थी।

वहीं, पहली तिमाही के जीडीपी के आंकड़ों पर अरुण जेटली ने चिंता जताई है।

जेटली ने कहा, 'हम कम वृद्धि को लेकर चिंतित हैं।' यह पूछे जाने पर क्या 2017-18 में 7 प्रतिशत की वृद्धि दर हासिल की जा सकती है, जेटली ने कहा कि वे इसकी उम्मीद करते है।

जेटली ने कहा कि जीएसटी से पहले स्टॉक निकालने का काम लगभग पूरा हो चुका है। साथ ही जेटली ने उम्मीद जताई कि सेवा क्षेत्र की स्थिति सुधरेगी और निवेश बढ़ने के भी संकेत हैं।

और पढ़ें: सभी मोर्चे पर फेल हुई नोटबंदी, सिस्टम में वापस लौट आई 'ब्लैक मनी'!

Source : IANS

demonetisation Growth GDP
      
Advertisment