विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) ने शेयर बाजार से जितना पैसा गत 12 माह के दौरान निकाला है, वह 2008 में वैश्विक आर्थिक मंदी के दौरान की गयी बिकवाली से कहीं अधिक है।
आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज के मुताबिक वैश्विक आर्थिक मंदी के दौरान एफपीआई ने 28 अरब डॉलर की बिकवाली की थी, जबकि गत 12 माह के दौरान शेयर बाजार से 36 अरब डॉलर निकाले जा चुके हैं।
ब्रोकरेज फर्म के अनुसार, एफपीआई ने सर्वाधिक बिकवाली आईटी, बैंक, एनबीएफसी और औद्योगिक समूह में की है।
कंपनी के मुताबिक पिछले एक साल के दौरान आईपीओ में रिकॉर्ड निवेश के कारण एफपीआई की शुद्ध बिकवाली 18.3 अरब डॉलर से भी कम है।
फरवरी 2022 तक एफपीआई के पास 45.5 ट्रिलियन रुपये से अधिक के शेयर हैं , जो कुल सूूचीबद्ध शेयरों के 252 ट्रिलियन रुपये का 18 फीसदी है। मार्च 2021 की तुलना में इसमें 200 आधार अंकों की गिरावट आयी है।
शेयर बाजार में घरेलू निवेशक लगातार लिवाल बने हुये हैं जबकि कोरोना महामारी और उसके बाद रूस-यूक्रेन युद्ध के कारण एफपीआई की बिकवाली का दौर जारी है।
ब्रोकरेज फर्म ने कहा कि यह सुखद आश्चर्य है और घरेलू बचत को शेयर बाजार में लगाने की नयी पहल है। मौजूदा अस्थिर माहौल में घरेलू निवेशकों द्वारा शेयर बाजार में पैसा लगाने से दीर्घावधि परिणाम सामने आयेंगे।
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Source : IANS