वित्त मंत्री अरुण जेटली ने माना है कि वित्त वर्ष 2017 की तीसरी तिमाही में जीडीपी दरों पर नोटबंदी का असर हुआ है। नोटबंदी के कारण देश में मुद्रा की कमी हुई लेकिन आगे तेज़ विकास दर तेज़ी से बढ़ेगी।
वित्त मंत्री ने कहा कि, 'बाज़ार में मुद्रा की वापसी और भारतीय अर्थव्यवस्था में विकास की संभावनाएं दुनिया को दिखाई दे रही है। इसीलिए मुझे लगता है कि आने वाली तिमाहियों में विकास दर की इन आंकड़ों में और बढ़ोतरी होगी।'
अरुण जेटली ने कहा कि भारत में ब्रिटेन के निवेशक सरकारी और निजी क्षेत्र के निवेश के लिए उत्साहित है। वित्त मंत्री अरुण जेटली आजकल ब्रिटेन के दौरे पर हैं।
आपको बता दें कि मंगलवार को सरकार ने वित्त वर्ष 2017 की तीसरी तिमाही के आंकड़े पेश किए थे। तीसरी तिमाही में नोटबंदी के असर की जितनी संभावना जीडीपी आंकड़ों पर लगाई जा रही थी स्थिति उससे बेहतर रही और सरकार ने तीसरी तिमाही में 7 प्रतिशत का आंकड़ा पेश किया। यह आंकड़ा उम्मीद से बेहतर माना जा रहा है।
बाज़ार के जानकार इस तिमाही में नोटबंदी के चलते विकास दर 6 प्रतिशत करीब होने की संभावना जता रहे थे। वहीं सरकार ने वित्त वर्ष 2017 में जीडीपी की अनुमानित दर 7.1 प्रतिशत रखी है। वित्त वर्ष 2017 की दूसरी तिमाही में जीडीपी 7.4 प्रतिशत दर्ज की गई थी।
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Source : News Nation Bureau