फ्लिपकार्ट ने ईबे इंडिया का बिज़नेस खरीदने का ऐलान किया है। देश की सबसे बड़ी ई-कॉमर्स साइट फ्लिपकार्ट का अमेरिकी ईबे की भारतीय ईकाई खरीदने का यह ऐलान एमेज़ॉन को टक्कर देने के लिहाज से अहम माना जा रहा है।
इसके लिए फ्लिपकार्ट ने करीब 9,000 करोड़ रुपये यानी 1.4 अरब डॉलर (करीब 90 अरब रुपये) जुटाए हैं। इस मर्जर के लिए चीन की टेनसेंट ने अमेरिका की ईबे इंक और माइक्रोसॉफ्ट के साथ मिलकर फंड जुटाने की पहल की।
देश की सबसे बड़ी ऑनलाइन रिटेलर कंपनी फ्लिपकार्ट इस मर्जर के लिए फंड जुटाने की कोशिश में है और इसकी तैयारी भारत के डिजिटल ई-कॉमर्स बाज़ार में अमेरिकी की ऐमजॉन और चीन की अलीबाबा जैसी कंपनियों से मुकाबला करने की है।
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फंड जुटाने की पहल में फ्लिपकार्ट की वैल्यु 11.6 अरब डॉलर यानि करीब 750 अरब रुपये लगाई गई है। डील में जापान की सॉफ्टबैंक की निवेश वाली भारतीय ई-कॉमर्स कंपनी स्नैपडील के साथ भी फ्लिपकार्ट के मर्जर की तैयारी हुई है।
भारत की सबसे बड़ी ऑनलाइन रिटेल कंपनियों के इस विलय के बाद फ्लिपकार्ट सबसे बड़ी ऑनलाइन ई-कॉमर्स कंपनी बन जाएगी।
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सोमवार को विलय संबंधित डील के बाद फ्लिपकार्ट की ओर से साझा बयान जारी करते हुए कंपनी के संस्थापकों सचिन और बिन्नी बंसल ने कहा, 'फ्लिपकार्ट और भारत के लिए यह ऐतिहासिक डील है। यह डील टेक्नॉलजी में हमारी महारत, हमारी इनोवेटिव सोच और परंपरागत बाजारों में नई राह शुरू करने की हमारी क्षमता पर मुहर लगाती है।'
इस डील के बाद ईबे इंडिया का फ्लिपकार्ट के साथ मर्जर हो जाएगा।
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Source : News Nation Bureau