मौजूदा वित्त वर्ष की पहली छमाही में देश का राजकोषीय घाटा 4.47 लाख करोड़ रुपये रहा है जो पूरे वित्त वर्ष के बजटीय अनुमान का 83.9 फीसदी है।
2015-16 की पहली तिमाही के मुकाबले इस बार देश के राजकोषीय घाटे में ज्यादा बढ़ोतरी हुई है। 2015-16 की पहली तिमाही में देश का राजकोषीय घाटा कुल अनुमान का 68.1 फीसदी रहा था।
राजकोषीय घाटा पूरे वित्त वर्ष के खर्च और राजस्व के बीच का अंतर होता है। 2016-17 के लिए यह रकम 5.33 लाख करोड़ रूपये है जो कुल जीडीपी का 3.5 फीसदी है।
Source : News Nation Bureau