logo-image

'अर्थव्यवस्था में जान फूंकने के लिए तीन साल तक जारी रहे प्रोत्साहन पैकेज'

सांख्यिकी एवं कार्यक्रम क्रियान्वयन मंत्रालय पर सांख्यिकी स्थायी समिति के चेयरमैन प्रणव सेन ने कहा है कि अर्थव्यवस्था में जो सुधार दिख रहा है वह काफी समय से दबी हुई मांग के चलते है. इस वजह से आर्थिक गतिविधियों में कुछ हद तक वृद्धि दिख रही है.

Updated on: 08 Oct 2020, 08:32 AM

कोलकाता :

सांख्यिकी एवं कार्यक्रम क्रियान्वयन मंत्रालय पर सांख्यिकी स्थायी समिति के चेयरमैन प्रणव सेन ने कहा है कि केंद्र की नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) सरकार को अर्थव्यवस्था में फिर जान फूंकने के लिए प्रोत्साहन पैकेज (Financial Stimulus Package) अगले तीन साल तक जारी रखना चाहिए. इसे सिर्फ एक बार देकर खत्म नहीं कर देना चाहिए. भारत चैंबर ऑफ कॉमर्स के एक वेबिनार में उन्होंने कहा कि आर्थिक गतिविधियों में अभी जो सुधार दिख रहा है वह असल में दब गयी मांग के दोबारा उभरने के चलते है.

यह भी पढ़ें: Gold Rate Today: सोने-चांदी में आज उठापटक की आशंका, निचले स्तर पर बढ़ सकती है खरीदारी 

मांग बढ़ने की वजह से अर्थव्यवस्था में दिख रहा है सुधार
सेन ने कहा कि अभी इस दौरान अर्थव्यवस्था में जो सुधार दिख रहा है वह काफी समय से दबी हुई मांग के चलते है और यह बाजार में आ रही है. इस वजह से आर्थिक गतिविधियों में कुछ हद तक वृद्धि दिख रही है. उनके अनुसार सरकार को प्रोत्साहन पैकेज को तीन साल तक जारी रखना चाहिए और यह एक बार के लिए नहीं होना चाहिए. उन्होंने कहा कि जब लॉकडाउन शुरू हुआ तो इसने भारत को रोक दिया.

यह भी पढ़ें: आम आदमी का जीना मुहाल, सब्जियों के बाद अब दाल पर महंगाई की मार

अर्थव्यवस्था में पहले से नकारात्मक रुख है और क्षमता उपयोग भी नीचे बना हुआ है. सरकार को राज्यों का, सामाजिक सुरक्षा के लाभार्थियों का बकाया तत्काल भुगतान करना चाहिए.