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नोटबंदी का झटका: निजी हाईवे कंपनियों को 922 करोड़ रुपये का भुगतान करेगी NHAI

नोटबंदी के बाद 9 नवंबर से लेकर 2 दिसंबर तक हाईवे पर टोल फ्री किए जाने की वजह से हुए नुकसान की भरपाई के लिए नेशनल हाईवेज अथॉरिटी ऑफ इंडिया (एनएचएआई) निजी हाईवे ऑपरेटर्स को 922 करोड़ रुपये का भुगतान करेगी।

Updated on: 29 Dec 2016, 01:32 PM

highlights

  • नेशनल हाईवेज अथॉरिटी ऑफ इंडिया निजी हाईवे ऑपरेटर्स को 922 करोड़ रुपये का भुगतान करेगी
  • नोटबंदी के बाद 9 नवंबर से 2 दिसंबर तक के लिए देश के सभी हाईवेज को टोल फ्री कर दिया गया था

New Delhi:

नोटबंदी के बाद 9 नवंबर से लेकर 2 दिसंबर तक हाईवे पर टोल फ्री किए जाने की वजह से हुए नुकसान की भरपाई के लिए नेशनल हाईवेज अथॉरिटी ऑफ इंडिया (एनएचएआई) निजी हाईवे ऑपरेटर्स को 922 करोड़ रुपये का भुगतान करेगी।

नोटबंदी के बाद पैदा हुई कैश की तंगी को ध्यान में रखते हुए देश के सभी हाईवेज को 9 नवंबर से 2 दिसंबर के बीच फ्री कर दिया गया था। इस वजह से निजी हाईवेज कंपनियों को हुए नुकसान की भरपाई के लिए एनएचएआई ने इतनी बड़ी रकम देने का फैसाल किया है।

हालांकि भुगतान से पहले एनएचएआई के इस प्रस्ताव को कैबिनेट कमेटी ऑन इकनॉमिक अफेयर्स की मंजूरी लेनी होगी। निजी हाईवेज ऑपरेटर्स को हर दिन होने वाले वसूली के आधार पर भुगतान किया जाएगा।

इस आधार पर देश के 317 टोल प्लाजाओं के लिए 1,212 करोड़ रुपये का भुगतान करना होगा। वहीं पीपीपी परियोजनाओं के लिए यह रकम 922 करोड़ रुपये बनती है।