नोटबंदी के बाद बैंकों के उधार कारोबार में ऐतिहासिक गिरावट

नोटबंदी के बाद बैंकों के ऋण कारोबार की वृद्धि में ब्याज दरों में कटौती के बावजूद ऐतिहासिक गिरावट आई है।

नोटबंदी के बाद बैंकों के ऋण कारोबार की वृद्धि में ब्याज दरों में कटौती के बावजूद ऐतिहासिक गिरावट आई है।

author-image
Jeevan Prakash
एडिट
New Update
नोटबंदी के बाद बैंकों के उधार कारोबार में ऐतिहासिक गिरावट

फाइल फोटो (Image Source- Gettyimages)

नोटबंदी के बाद बैंकों के ऋण कारोबार की वृद्धि में ब्याज दरों में कटौती के बावजूद ऐतिहासिक गिरावट आई है। हालांकि ब्याज दरें कम होने से आवास क्षेत्र में छाई मंदी दूर हो सकती है। भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) की एक रिपोर्ट में गुरुवार को यह बात कही गई।

Advertisment

एसबीआई की 'इकॉनरैप- ऋणवृद्धि पर सट्टेबाजी' रिपोर्ट में बताया गया, 'कम क्रेडिट ग्रोथ चिंता की बात है। क्योंकि सभी अनुसूचित वाणिज्यिक बैंकों की पाक्षिक डेटा इस तरफ इशारा करती है कि ऋण उठाव साल-दर-साल 23 दिसंबर को ऐतिहासिक निचले स्तर पर गिरकर 5.1 फीसदी पर आ गई है।'

रिपोर्ट में कहा गया, '11 नवंबर और 23 दिसंबर के बीच की अवधि के दौरान ऋण उठाव में 5229 करोड़ रुपये की गिरावट आई है, जबकि इस दौरान बैंकों की जमा राशि में करीब 4 लाख रुपये की वृद्धि हुई है।'

और पढ़ें: SBI का न्यू ईयर गिफ्ट, ब्याज दर में 0.90 प्रतिशत की कटौती

इसमें कहा गया कि ब्याज दरों में एक बार में 90 आधार अंकों की कटौती हो चुकी है। इससे स्पष्ट रूप से आवास क्षेत्र को मजबूती मिलेगी।

भारतीय स्टेट बैंक ने 1 जनवरी से लेकर तीन साल तक की अवधि वाले ऋणों की दर में 90 आधार अंकों की कटौती की थी।

Source : IANS

News in Hindi demonetisation Credit growth
      
Advertisment