नोटबंदी के जरिए काला धन को खत्म करने की मुहिम पटरी से उतरती नजर आ रही है। 8 नवंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तरफ से नोटबंदी की घोषणा किए जाने के बाद एक झटके में 15.4 लाख करोड़ रुपये की कीमत के 500 और 1000 रुपये अमान्य हो गए थे।
हालांकि नोटबंदी के फैसले के बाद देश भर के बैंकों में अब तक 90 फीसदी से अधिक पुराने नोट वापस आ चुके हैं। जबकि सरकार को इस बात का अनुमान था कि नोटबंदी के बाद करीब 3 लाख करोड़ रुपये के अधिक की रकम बैंकों में वापस नहीं आएगी। 8 नवंबर के बाद से देश के बैंकों में अब तक करीब 14 लाख करोड़ रुपये से अधिक की पुरानी करेंसी जमा हो चुकी है।
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बैंकों में जमा नोटों की मात्रा से ऐसा लगता है कि लोग किसी तरीके से अपने काले धन को सफेद करने में सफल रहे। हालांकि सरकार अब उम्मीद कर सकती है कि उसे 2.5 लाख रुपये की सीमा से ऊपर जमा हुए रुपयों पर जबरदस्त टैक्स मिलेगा।
नोटबंदी के बाद सरकार को एक और बड़ा फायदा होता नजर आ रहा है। नोटबंदी के बाद घरों में जमा छोटी-मोटी बचत की रकम अब बैंकों में जमा हो चुकी है और इससे न केवल बैंकिंग सिस्टम में मौजूद तरलता बढ़ेगी और साथ ही अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी।
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सरकार ने 2.5 लाख करोड़ रुपये की सीमा से ज्यादा पैसे जमा कराने वालों को स्वेच्छा से 50 प्रतिशत का जुर्माना देने और पूरी रकम का 25 प्रतिशत हिस्सा चार साल के लिए प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना में छोड़कर पाक साफ होने का एक और मौका दिया है। सरकार की यह स्कीम 31 मार्च 2017 तक चलेगी।
HIGHLIGHTS
- नोटबंदी के जरिए काला धन को खत्म करने की मुहिम पटरी से उतरती नजर आ रही है
- नोटबंदी के फैसले के बाद देश भर के बैंकों में अब तक 90 फीसदी से अधिक पुराने नोट वापस आ चुके हैं
- सरकार को इस बात का अनुमान था कि नोटबंदी के बाद करीब 3 लाख करोड़ रुपये के अधिक की रकम बैंकों में वापस नहीं आएगी
Source : News State Buraeu