दिसंबर महीने में औद्योगिक उत्पादन (आईआईपी) में गिरावट आई है। कंज्यूमर और कैपिटल गुड्स के उत्पादन में आई गिरावट की वजह से दिसंबर में आईआईपी में 0.4 फीसदी की गिरावट आई है।
दिसंबर 2016 में आईआईपी में 0.4 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई है जबिक दिसंबर 2015 में आईआईपी में 0.9 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई थी। नोटबंदी के बाद सभी की नजरें आईआईपी के आंक़ड़ों पर थी।
मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर, कंज्यूमर गुड्स, कंज्यूमर ड्यूरेबल्स और नॉन कंज्यूमर ड्यूरेबल्स की ग्रोथ में सुस्ती से दिसंबर में इंडस्ट्रियल प्रोडक्शन (आईआईपी) में 0.4 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई। हालांकि इलेक्ट्रिसिटी, माइनिंग बेसिक गुड्स में अच्छी ग्रोथ दर्ज की गई।
नवंबर में आईआईपी के आंकड़ों को लेकर अर्थशास्त्रियों ने कहा था कि इससे अर्थव्यवस्था की सही तस्वीर सामने नहीं आई है। नवंबर का आंकड़ा नोटबंदी के तत्काल बाद आया था और यही वजह रही कि अर्थशास्त्रियों ने इसे लेकर सवाल उठाए थे। दिसंबर के आंकड़ों ने अर्थव्यवस्था पर नोटबंदी के असर को साफ कर दिया है।
HIGHLIGHTS
- दिसंबर महीने में औद्योगिक उत्पादन (आईआईपी) में गिरावट आई है
- नोटबंदी के फैसले के बाद सभी की निगाहें दिसंबर महीने के आईआईपी पर थीं
- कंज्यूमर और कैपिटल गुड्स के उत्पादन में आई गिरावट से आईआईपी में 0.4 फीसदी की कमी आई है
Source : News Nation Bureau