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साइरस मिस्त्री (फाइल फोटो)
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साइरस मिस्त्री (फाइल फोटो)
साइरस मिस्त्री ने टाटा सन्स बोर्ड मीटिंग से कुछ देर पहले खुद के बर्खास्त किए जाने की आशंका अपनी पत्नी को मैसेज कर जाहिर की थी। इसका खुलासा निर्मलय कुमार ने अपने एक ब्लॉग में किया है। निर्मलय दरअसल मिस्त्री के मातहत बतौर ग्रुप एग्जिक्युटिव काउंसिल मेंबर थे।
निर्मलय के अनुसार साइरस ने पिछले साल 24 अक्टूबर को अपनी पत्नी राहिका को मैसेज पर यह बताया था कि 'उन्हें बर्खास्त किया' जाने वाला है। यह मैसेज साइरस ने टाटा सन्स बोर्ड की बैठक से ठीक पहले किया था। यह मीटिंग दोपहर 2 बजे होनी थी और इसमें साइरस को भी हिस्सा लेना था।
बता दें कि साइरस के साथ ही निर्मलय को कंपनी से हटा दिया था। निर्मलय ने अपने ब्लॉग में लिखा है कि टाटा साइरस को हटाने वाली घटना को और बेहतर तरीके से संभाल सकती थी।
यहां पढ़ें निर्मलय कुमार का पूरा ब्लॉग
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कुमार ने कहा, 'सार्वजनिक तौर पर मिस्त्री को अपमानित करने और उसके बाद जो भी तमाशा हुआ उसे टाला जा सकता था। दुर्भाग्यपूर्ण तरीके से इससे रतन टाटा, मिस्त्री और टाटा ब्रांड की इमेज को नुकसान हुआ। मिस्त्री का कॉन्ट्रैक्ट 31 मार्च, 2017 को खत्म होना था। इसलिए उन्हें बिना बताए अचानक हटा देने से बेहतर था कि कंपनी और पांच महीने इंतजार कर लेती।'
निर्मलय ने अपने ब्लॉग में साथ ही कहा कि टाटा ने अब तक मिस्त्री को हटाए जाने का कोई ठोस कारण नहीं बताया है। निर्मलय कुमार अब सिंगापुर मैनेजमेंट यूनिवर्सिटी में मार्केटिंग प्रोफेसर के तौर पर काम कर रहे हैं।
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निर्मलय ने अपने ब्लॉग में साथ ही कहा कि टाटा ने अब तक मिस्त्री को हटाए जाने का कोई ठोस कारण नहीं बताया है। निर्मलय ने कहा कि सीईओ को हटाया जाना हमेशा न्यूज है लेकिन यह उतना अजीब नहीं लगता जितना साइरस के मामले में लगा।
निर्मलय के अनुसार, 'मिस्त्री की बर्खास्तगी इसलिए असामान्य लगी क्योंकि टाटा ग्रुप में 148 सालों के इतिहास में सिर्फ 6 चेयरमैन ही रहे हैं।'
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Source : News Nation Bureau