चेयरमैन पद से हटाये जाने के बाद से पहली बार गुरूवार को सायरस मिस्त्री ने टाटा संस औऱ टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेस (टीसीएस) की दो महत्वपूर्ण बैठकों में हिस्सा नहीं लिया। टाटा के एक्जिक्यूटिव के अनुसार टाटा संस की बैठक में मिस्त्री से संबंधित मामलों पर बातचीत नहीं की गई।
वहीं इशात हुसैन की अध्यक्षता में हुई टीसीएस की बैठक में ये तय हुआ कि शेयरधारकों की विशेष आम बैठक (ईजीएम)13 दिसंबर 2016 को बुलायी जाएगी। मीटिंग में इस बात की समीक्षा की जाएगी कि मिस्त्री के आरोपों के बाद से टाटा ब्रांड को कितना नुकसान हुआ है। 10 नंवबर को मिस्त्री को टीसीएस के चेयरमैन के पद से को हटाकर इशात हुसैन को नियुक्त कर दिया गया था।
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ईजीएम की ताऱीख तय करने वाला टीसीएस टाटा समूह की पहली कंपनी है। अगले कुछ हफ्तों में, टाटा स्टील, टाटा मोटर्स, इंडियन होटल्स औऱ टाटा कैमिकल्स भी ईजीएम करने के बारे में विचार करेगा। टाटा संस के चेयरमैन पद से हटाने के बाद भी मिस्त्री इन चार समूहों के चेयरमैन पद पर है।
मिस्त्री को टाटा की सभी कंपनियों से हटाने के लिए शेयरधारकों के बहुमत की जरूरत होती है। टाटा मोटर्स, इंडियन होटल्स और टाटा कैमिकल्स के इंडिपेंडेंट डायरेक्टर ने मिस्त्री का साथ दिया था, वहीं टाटा स्टील के 6 इंडिपेंडेंट डायरेक्टर्स समर्थन और विरोध में बंट गए।
सूत्रों के मुताबिक अंतरिम चेयरमैन रतन टाटा ने सुबह निदेशकों की एक अनौपचारिक बैठक बुलाई जिस कारण मिस्त्री बोर्ड बैठक में शामिल नहीं हुए।
Source : News Nation Bureau