कच्चे तेल में उफान और व्यापार घाटा से रुपये में नरमी आने के संकेत

कच्चे तेल में उफान और व्यापार घाटा से रुपये में नरमी आने के संकेत

कच्चे तेल में उफान और व्यापार घाटा से रुपये में नरमी आने के संकेत

author-image
IANS
New Update
crude oil,

(source : IANS)( Photo Credit : (source : IANS))

अंतराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में तेजी और व्यापार घाटे के आंकड़े अगले सप्ताह भारतीय मुद्रा में नरमी बनाये रख सकते हैं।

Advertisment

आगामी सप्ताह अमेरिकी डॉलर के मुकाबले भारतीय मुद्रा 74.50 से 75.59 रुपये प्रति डॉलर के बीच रह सकती है।

फिलहाल ब्रेंट क्रूड ऑयल 91 डॉलर प्रति बैरल के आसपास है। हाल ही में जारी व्यापार घाटे के आंकड़े भी आगामी सप्ताह रुपये पर दबाव बनाये रखेंगे। आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार सालाना आधार पर देश का व्यापार घाटा 2021 के 14.49 अरब डॉलर से 20.23 प्रतिशत बढ़कर जनवरी 22 में 17.42 अरब डॉलर हो गया।

एडलविज सिक्योरिटीज में फोरेक्स एंड रेट्स के प्रमुख सजल गुप्ता के मुताबिक भू-राजनैतिक परिस्थितियां भी रुपये की चाल तय करेंगी। व्यापार घाटा भी रुपये की मजबूती पर हावी रहेगा। घरेलू स्तर पर ईंधन के दामों में तेजी की आशंका से महंगाई भी एक मुद्दा रहेगी, जो रुपये की प्रभावित करेगी।

गत सप्ताह रूस और यूक्रेन के बीच की तनातनी के गंभीर होने से डॉलर के मुकाबले रुपया नरम रहा था लेकिन सप्ताह के अंतिम दिनों में दोनों देशों के बीच तनाव घटता दिखा जिससे रुपये में तेज उछाल आया। गत सप्ताह रुपया डॉलर के मुकाबले 74.65 रुपये प्रति डॉलर पर बंद हुआ।

मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज के फोरेक्स एंड बुलियन विश्लेषक गौरांग सोमैया ने कहा कि आगामी सप्ताह य्रूकेन संकट पर नजर बनी रहेगी। अस्थिरता बढ़ने से निवेशकों का रुझान सुरक्षित निवेश में रहेगा।

उन्होंने कहा कि घरेलू स्तर पर विदेशी संस्थागत निवेशक बिकवाल बने हुये हैं और अधिक बिकवाली से रुपये की मजबूती प्रभावित रह सकती है।

डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.

Source : IANS

      
Advertisment