Coronavirus (Covid-19): एक ओर जहां आम आदमी कोरोना वायरस महामारी की दूसरी लहर से जूझ रहा है तो वहीं दूसरी ओर महंगाई ने भी उसका जीना दूभर कर दिया है. मौजूदा समय में नौकरियां चली जाने और कारोबार ठप पड़ने की वजह से लाखों परिवारों के लिए घर चलाना मुश्किल हो गया है और उसमें महंगाई ने आग में घी डालने का काम किया है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पिछले एक साल में घर में इस्तेमाल होने वाली जरूरी खाद्य सामग्री के दाम में 40 फीसदी से 100 फीसदी तक की बढ़ोतरी देखने को मिली है. उपभोक्ता मंत्रालय के मूल्य निगरानी डिवीजन से मिले आंकड़ों के मुताबिक सरसों तेल की कीमतों में सबसे ज्यादा महंगाई देखने को मिली है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक कई राज्यों में सरसों तेल 200 रुपये प्रति किलो के आस-पास बिक रहा है.
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जरूरी सामग्री की दिल्ली में कीमतें
खाद्य पदार्थ |
1 फरवरी 2020 |
30 अप्रैल 2020 |
1 फरवरी 2021 |
15 मई 2021 |
चना दाल |
73 रुपये प्रति किलो |
86 रुपये प्रति किलो |
68 रुपये प्रति किलो |
77 रुपये प्रति किलो |
अरहर दाल |
95 रुपये प्रति किलो |
106 रुपये प्रति किलो |
100 रुपये प्रति किलो |
117 रुपये प्रति किलो |
उड़द दाल |
110 रुपये प्रति किलो |
114 रुपये प्रति किलो |
105 रुपये प्रति किलो |
120 रुपये प्रति किलो |
चावल |
34 रुपये प्रति किलो |
35 रुपये प्रति किलो |
29 रुपये प्रति किलो |
30 रुपये प्रति किलो |
आटा |
27 रुपये प्रति किलो |
28 रुपये प्रति किलो |
24 रुपये प्रति किलो |
24 रुपये प्रति किलो |
चीनी |
40 रुपये प्रति किलो |
40 रुपये प्रति किलो |
37 रुपये प्रति किलो |
38 रुपये प्रति किलो |
सरसों का तेल |
133 रुपये |
132 रुपये |
149 रुपये |
176 रुपये |
पाम ऑयल |
108 रुपये प्रति किलो |
99 रुपये प्रति किलो |
113 रुपये प्रति किलो |
131 रुपये प्रति किलो |
स्रोत: उपभोक्ता मामले विभाग (मूल्य निगरानी डिवीजन) |
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पेट्रोल और रसोई गैस ने भी बढ़ाई मुश्किलें
आम आदमी सिर्फ खाद्य वस्तुओं की महंगाई से ही परेशान नहीं है बल्कि पेट्रोल-डीजल और महंगई रसोई गैस की कीमतों ने भी उसका जीना मुश्किल कर दिया है. देश के कई शहरों में पेट्रोल का दाम 100 रुपये प्रति लीटर के पार पहुंच गया है. विशेषज्ञों का कहना है कि अगले कुछ महीने तक महंगाई से राहत मिलने की संभावना कम है. हालांकि उनका मानना है कि इस साल के मध्य तक महंगाई से राहत मिलनी शुरू हो सकती है.
लॉकडाउन की वजह से मुसीबत में हुई बढ़ोतरी
पिछले साल और इस साल लगाए गए लॉकडाउन के दौरान कीमतों में सबसे ज्यादा तेजी देखने को मिली है. जरूरी खाद्य वस्तुओं की कीमतों में बढ़ोतरी से लोगों के मुश्किलें बढ़ गई हैं. आंकड़ों के मुताबिक कीमतों में सबसे ज्यादा बढ़ोतरी खाने के तेल में हुई है. पिछले साल की तुलना में खाद्य तेल के दाम में तकरीबन दोगुनी की बढ़ोतरी हो चुकी है.
HIGHLIGHTS
- पिछले एक साल में जरूरी खाद्य सामग्री के दाम में 40 फीसदी से 100 फीसदी तक की बढ़ोतरी
- मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक कई राज्यों में सरसों तेल 200 रुपये प्रति किलो के आस-पास बिक रहा है
- नौकरियां चली जाने और कारोबार ठप पड़ने की वजह से लाखों परिवारों के लिए घर चलाना मुश्किल