‘जनता का जनादेश स्वीकार’, गुजरात उपचुनाव के नतीजों पर बोले स्वास्थ्य मंत्री ऋषिकेश पटेल
कालीगंज सीट : वोटों की गिनती के बीच ममता बनर्जी ने किया जीत का दावा, बोलीं 'ये जनता को समर्पित'
'एएनआईएल' ने भारत के पहले ऑफ-ग्रिड 5 मेगावाट ग्रीन हाइड्रोजन पायलट प्लांट के शुरू होने की घोषणा की
शिवसेना (यूबीटी) सांसद संजय राउत बोले, 'युद्ध नहीं शांति की जरूरत'
R Ashwin: संन्यास के बाद भी कम नहीं हुआ अश्विन का जलवा, 38 की उम्र में गेंद और बल्ले दोनों से किया कमाल
Assembly Bypoll Result: गुजरात की दोनों सीटों के आए नतीजे, जानें बाकी राज्यों में किस पार्टी ने दर्ज की जीत
राजा रघुवंशी मर्डर केस में क्या 3 नए किरदारों ने सुझला दी गुत्थी, अब भी फरार है ये शख्स
फातिमा सना ने पांच दिन में सीखी सर्फिंग, बोलीं- ‘थोड़ा-थोड़ा आ गया’
श्यामा प्रसाद मुखर्जी 'एक भारत, श्रेष्ठ भारत' के स्वप्न दृष्टा थे : सीएम योगी

8 बुनियादी उद्योगों की वृद्धि दर में शानदार तेजी, अर्थव्यवस्था में मजबूती के आसार

अप्रैल से नवंबर 2017-18 के दौरान ईसीआई की संचयी वृद्धि दर 3.9 फीसदी थी जबकि पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि के दौरान यह 5.3 फीसदी थी।

अप्रैल से नवंबर 2017-18 के दौरान ईसीआई की संचयी वृद्धि दर 3.9 फीसदी थी जबकि पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि के दौरान यह 5.3 फीसदी थी।

author-image
saketanand gyan
एडिट
New Update
8 बुनियादी उद्योगों की वृद्धि दर में शानदार तेजी, अर्थव्यवस्था में मजबूती के आसार

प्रतीकात्मक तस्वीर

देश के आठ प्रमुख उद्योगों में नवंबर महीने में तेजी दर्ज की गई है। आधिकारिक आंकड़ों से सोमवार को यह जानकारी मिली। क्रमिक आधार पर, 'आठ प्रमुख उद्योगों का सूचकांक' (ईसीआई) बढ़कर नवंबर में 6.8 फीसदी पर रहा, जबकि अक्टूबर में यह 5 फीसदी पर था।

Advertisment

इसी प्रकार से, साल-दर-साल आधार पर ईसीआई में 3.2 फीसदी की तेजी दर्ज की गई। ईसीआई में कोयला, स्टील, सीमेंट जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्र शामिल हैं।

वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय द्वारा प्रस्तुत आंकड़ों के अनुसार, अप्रैल से नवंबर 2017-18 के दौरान ईसीआई की संचयी वृद्धि दर 3.9 फीसदी थी जबकि पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि के दौरान यह 5.3 फीसदी थी।

ईसीआई सूचकांक में औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (आईआईपी) का भार 40.27 फीसदी है, जिससे देश का फैक्टरी उत्पादन मापा जाता है।

रिफाइनरी उत्पादन का ईसीआई सूचकांक में 28.03 फीसदी भार है। इसमें साल 2017 के नवंबर में पिछले साल के इसी महीने की तुलना में 8.2 फीसदी की तेजी दर्ज की गई।

विद्युत उत्पादन जिसका ईसीआई सूचकांक में 19.85 फीसदी भार है, समीक्षाधीन अवधि में 1.9 फीसदी की तेजी दर्ज की गई।

और पढ़ें: 2017 के शानदार अंत के बाद 2018 के पहले दिन शेयर बाजार की खराब शुरुआत, 250 अंक टूटा सेंसेक्स

स्टील उत्पादन का ईसीआई सूचकांक में 17.92 फीसदी योगदान है। इसमें समीक्षाधीन माह में 16.6 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई, जबकि 10.33 फीसदी भार के साथ कोयला खनन क्षेत्र में 0.2 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई।

कच्चे तेल की निकासी जिसका 5.37 फीसदी है, उसमें नवंबर में 17.3 फीसदी की तेजी दर्ज की गई। प्राकृतिक गैसों का उपसूचकांक जिसका 6.88 फीसदी भार है, उसमें इस अवधि में 2.4 फीसदी की तेजी दर्ज की गई।

उवर्रक उत्पादन, जिसका सूचकांक में सबसे कम केवल 2.63 फीसदी भार है, इसमें समीक्षाधीन माह में 0.3 फीसदी की मामूली तेजी दर्ज की गई।

डेलोइट इंडिया के मुख्य अर्थशास्त्री अनीस चक्रवर्ती ने बताया, 'आठ प्रमुख उद्योगों में तेजी लौटना काफी हद तक सकारात्मक है, क्योंकि समग्र अर्थव्यवस्था पर इनका प्रभाव पड़ता है। स्टील और सीमेंट उत्पादन का अच्छा प्रदर्शन उल्लेखनीय है। हालांकि अभी यह कहना जल्दबाजी होगी कि अर्थव्यवस्था पटरी पर लौट गई है।'

और पढ़ें: जीएसटी: ट्रांसपोर्टेशन के लिए ई-वे बिल प्रणाली 1 फरवरी से होगी लागू

Source : IANS

Cement core sectors eci index iip index Business Core Sectors Growth economy Coal Crude Oil
      
Advertisment