Cholesterol Detection: आंखों में छिपा है कोलेस्ट्रॉल बढ़ने का राज, इन 4 बदलाव से करें पहचान
‘नैनीताल ने तो दिल ही जीत लिया’, इस ब्लॉगर के वीडियो ने किया लोगों को कंफ्यूज
India Playing 11 2nd Test: शार्दुल ठाकुर का कटेगा पत्ता! इस घातक ऑलराउंडर की होगी भारत की प्लेइंग 11 में एंट्री
Rath Yatra: जगन्नाथ रथ यात्रा में 10 हजार पुलिस जवान तैनात, NSG कमांडोंज-स्नाइपर्स के साथ मुस्तैद; AI कैमरे रखेंगे नजर
श्रेयस तलपड़े को नहीं भाती कमर्शियल फिल्में, बताई वजह
कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने विदेश नीति पर उठाए सवाल, बोले 'हमें हुआ नुकसान'
जिम्बाब्वे-न्यूजीलैंड के साथ ट्राई सीरीज, वैन डेर ड्यूसेन को दक्षिण अफ्रीका की कमान
विधानसभा में गड़बड़ी के आरोप को हाईकोर्ट ने नहीं माना, लेकिन जनता की अदालत है महत्वपूर्ण: मनोज झा
योगी सरकार की पहल पर अमरोहा पुलिस देशभर में बनी साइबर सुरक्षा का केंद्र

मोदी सरकार ने माना अर्थव्यवस्था को वियाग्रा की जरूरत: कांग्रेस

जीडीपी में वृद्धि के सरकार के पूर्व के दावे का उपहास उड़ाते हुए कांग्रेस ने कहा कि दरअसल सरकार की वृद्धि का मतलब गैस, डीजल और पेट्रोल (जीडीपी) की कीमतों में वृद्धि से था।

जीडीपी में वृद्धि के सरकार के पूर्व के दावे का उपहास उड़ाते हुए कांग्रेस ने कहा कि दरअसल सरकार की वृद्धि का मतलब गैस, डीजल और पेट्रोल (जीडीपी) की कीमतों में वृद्धि से था।

author-image
Abhishek Parashar
एडिट
New Update
मोदी सरकार ने माना अर्थव्यवस्था को वियाग्रा की जरूरत: कांग्रेस

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल (फाइल फोटो)

जीडीपी में वृद्धि के सरकार के पूर्व के दावे का उपहास उड़ाते हुए कांग्रेस ने कहा कि दरअसल सरकार की वृद्धि का मतलब गैस, डीजल और पेट्रोल (जीडीपी) की कीमतों में वृद्धि से था। इसके साथ ही कांग्रेस ने कहा कि लेकिन सरकार को अब महसूस हुआ है कि अर्थव्यवस्था को वियाग्रा की जरूरत है।

Advertisment

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल ने कहा, 'वे कहते थे कि हमारी जीडीपी बढ़ेगी। इस वृद्धि का असली अर्थ गैस, डीजल और पेट्रोल की कीमतों में वृद्धि से है। यही जीडीपी है। एक लीटर कच्चे तेल की कीमत लगभग 21 रुपये है और इसे रिफाइन करने के बाद इसकी लागत लगभग 31 रुपये होगी।'

उन्होंने कहा, 'सरकार या पेट्रोलियम कंपनियों की लागत 31 रुपये और बिक्री 79 रुपये में (मुंबई की दर)। वे हरेक लीटर पर 48 रुपये का मुनाफा कमा रहे हैं।'

सिब्बल ने कहा, 'यह बोझा कौन उठाता है, आम नागरिक - वे लोग जो मोटरसाइकिल से चलते हैं, जो अपनी कार खुद चलाते हैं और वे किसान, जो डीजल का इस्तेमाल करते हैं। मुनाफा सरकार के पास जाता है और बोझा किसानों के सिर।'

खर्च बढ़ाना जोखिम भरा लेकिन बीच का रास्ता निकालेगी सरकार: जेटली

उन्होंने कहा, 'आम आदमी का बोझा कम करने के बजाए वे उसका बोझा और बढ़ाते जा रहे हैं। और उनके मंत्री कहते हैं 'पेट्रोल कौन खरीदता है..जिसके पास कार है और निश्चित रूप से वह भूखा नहीं है'।' सिब्बल ने कहा, 'इस सरकार के घमंड और आचरण को तो देखिए।'

उन्होंने कहा, 'वे देश के उन एक प्रतिशत लोगों पर कर क्यों नहीं लगाते, जिनके पास देश की 58 प्रतिशत संपत्ति है। संप्रग शासन के दौरान यह 30 प्रतिशत थी। गरीब और गरीब होते जा रहे हैं और धनी और धनी बनते जा रहे हैं।'

कमजोर अर्थव्यवस्था से घबराई मोदी सरकार, इकॉनमी में 500 अरब रुपये झोंकने की तैयारी

सिब्बल ने यह भी कहा, 'इस सरकार ने अब महसूस किया है कि अर्थव्यवस्था के बारे में कुछ करने के लिए उसे वियाग्रा जैसे एक प्रोत्साहन की जरूरत है। अब वे अर्थव्यवस्था में 40,000-50,000 करोड़ रुपये डालना चाहते हैं। ऐसे तो कोई देश नहीं चल सकता। वे आवश्यक वस्तुओं की कीमतें बढ़ाकर ऐसा करेंगे। यह 65,000 करोड़ रुपये की एक कमी है।'

उन्होंने कहा, 'साढ़े तीन साल बाद यदि अर्थव्यवस्था की यह स्थिति है, तो देश कहां जाएगा? अच्छा हुआ कि उन्हें यह बात महसूस हुई कि अर्थव्यवस्था को प्रोत्साहन के लिए उन्हें वियाग्रा की जरूरत है।'

पाक को चीन का झटका, कहा-भारत से बातचीत कर सुलझाए कश्मीर मुद्दा

HIGHLIGHTS

  • जीडीपी में वृद्धि के सरकार के पूर्व के दावे पर कांग्रेस ने कसा तंज
  • कांग्रेस ने कहा सरकार को अब लग रहा है कि अर्थव्यवस्था को वियाग्रा की जरूरत है

Source : IANS

congress Modi Government economy Indian economy Viagra
      
Advertisment