विश्व बैंक की एक रपट के अनुसार जलवायु परिवर्तन भारत की अर्थव्यवस्था पर काफी भारी पड़ सकता है और इसके चलते 2050 तक उसकी जीडीपी को 2.8 प्रतिशत का नुकसान हो सकता है।
रपट के अनुसार जलवायु परिवर्तन के कारण तीन दशकों में वायुमंडल के औसत सालाना तापमान में 1-2 डिग्री की तेजी आने का अनुमान है।
इसमें कहा गया है कि जलवायु परिवर्तन में यह बदलाव 2050 तक भारत की लगभग आधी जनसंख्या के जीवन स्तर को भी प्रभावित कर सकता है।
रपट में कहा गया है, 'जलवायु परिवर्तन के कारण बढ़ते तापमान और मानसूनी बारिश के बदलते प्रतिमान की कीमत भारत को जीडीपी में 2.8% कमी के रूप में चुकानी पड़ेगी। इससे 2050 तक देश की लगभग आधी आबादी का जीवन स्तर प्रभावित होगा।'
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Source : News Nation Bureau