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Vivo ने छंटनी के फैसले को बताया कारोबार के लिहाज़ से अहम कदम, नाराज़ कर्मचारियों का प्रदर्शन

चीन की स्मार्टफोन मोबाइल मेकर कंपनी वीवो ने छंटनी को बताया कारोबार के हितों के लिए लिया गया फैसला, नाराज़ कर्चारियों का विरोध प्रदर्शन जारी।

Updated on: 27 Jul 2017, 02:46 PM

नई दिल्ली:

चीन की स्मार्टफोन मोबाइल मेकर कंपनी वीवो ने ग्रेटर नोएडा की यूनिट से कर्मचारियों की छंटनी को कारोबारी निर्णयों के अंतर्गत लिया गया है।

बता दें वीवो का यह बयान ऐसे समय में आया है जब हाल ही में वीवो प्लांट से 60 कर्मचारियों की छंटनी की ख़बरें आ रही है। इसके बाद कर्मचारियों ने बिना कोई ख़ास कारण जाने नौकरी से निकाल देने पर प्रदर्शन किया।

वीवो ने स्टेटमेंट जारी कर कहा है, 'निरंतर वृद्धि और रणनीतिक समीक्षा के साथ, हम उत्पादकता में सुधार के लिए विभिन्न विभागों में सही आकार के स्टाफ को देखते हैं। संविदात्मक कर्मचारियों की छंटनी इस व्यवसाय के फैसले के अनुरूप है'

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स्टेटमेंट में कहा गया है कि कंपनी अनुबंध के नियमों और विनियमों का "सख्ती से पालन" करती है, और कर्मचारियों के सर्वोत्तम हितों को ध्यान में रखते हुए एक शांतिपूर्ण संक्रमण को सुनिश्चित करने के लिए "सही फैसले" ले रहा है।

वीवो भारत में अपनी मौजूदगी बढ़ाने के लिए आक्रामक रूप से आगे बढ़ रही है। जोकि टेलीकॉम के लिहाज से दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा बाज़ार है। कंपनी ने ब्रांडिंग और प्रमोशनल गतिविधियों के लिए भारत में करोड़ों रुपये का निवेश किया है और भारतीय स्मार्टफोन बाज़ार में आगे बढ़ने की दिशा में काम कर रही है।

हाल ही में वीवो ने इंडियन प्रीमियर लीग क्रिकेट टूर्नामेंट के लिए 5 साल का कॉन्ट्रेक्ट साइन किया है। आईपीएल के अलावा, वीवो प्रो-कबड्डी लीग का भी टाइटल स्पॉन्सर है।

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