ग्लोबल रेटिंग एजेंसी मूडीज़ ने कहा है कि वित्त वर्ष 2019 के अनुमानित 3.3 फीसदी का वित्तीय घाटा उसके भविष्यवाणी के अनुरूप है और इसे हासिल किया जा सकता है।
बजट में वित्तमंत्री अरुण जेटली ने वित्तीय घाटे के अनुमान को वर्तमान वित्त वर्ष के लिये संशोधित किया और जीडीपी के 3.3 की जगह 5.95 ट्रिलियन या 3.5 फीसदी रखा है। लेकिन साथ ही अगले वित्त वर्ष 2019 के लिये 3.3 फीसदी रहने का अनुमान लगाया है।
मूडीज़ ने कहा, 'वित्तीय घाटे की जो दिशा बताई गई है वो हमारेस अनुमान के मुताबिक है। हमें उम्मीद है कि वित्तीय घाटे के लक्ष्य को हासिल किया जाएगा।'
इसने आगाह किया है कि नोटबंदी के बाद और जीएसटी लागू होने के बाद से टैक्स देने वालों की संख्या में धीमी बढ़ोतरी और मौसम का फसलों पर प्रभाव रेवेन्यू कलेक्शन को कम कर सकते हैं।
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बयान में कहा है, 'करदाताओं की संख्या में तेज बढ़ोतरी भले ही लो-बेस से हो वो रेवेन्यू कलेक्शन को अभी की उम्मीदों की अपेक्षा काफी बढ़ा सकता है।'
मूडीज़ को उम्मीद है कि टैक्स कलेक्शन के लक्ष्य को मोटे तौर पर हासिल किया जा सकता है। क्योंकि नोटबंदी और जीएसटी से मध्यम और दूरगामी फायदे और अर्थव्यवस्था के आकार के बढ़ने का अगले कुछ सालों में फायदा होगा।
जेटली ने दावा किया कि वो धधीरे-धीरे वित्तीय घाटे को कम करने में सफल हुए हैं। 2015 में इसे 4.1 पर लाया गया और 2016 में ये 3.9 पर पहुंचा। वर्तमान वित्तवर्ष में ये 3.5 के करीब है।
एजेंसी ने 2018 के लिये बजट में अनुमानित वित्तीय घाटे के ज्यादा अंतर की उम्मीद जताई थी। हालांकि दूरगामी ट्रेंड पर इसका असर नहीं पड़ेगा।
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Source : News Nation Bureau