माइक्रोसॉफ्ट के सह संस्थापक और बिल एंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन के सह-अध्यक्ष बिल गेट्स ने शुक्रवार को कृषि क्षेत्र को भी उद्योग क्षेत्र की तरह चलाने का आह्वान किया और कहा कि यह भारत के आर्थिक बदलाव के नुस्खे का प्रमुख तत्व होगा।
उन्होंने कृषि में बदलाव की जरूरत को रेखांकित किया, जो केवल एक आधार पर चलता है। उन्होंने इसको उद्योग की तरह चलाने की सिफारिश की। गेट्स ने यह बातें आंध्र प्रदेश के तटीय शहर विशाखापट्टनम में चल रहे तीन दिवसीय एगटेक सम्मेलन 2017 के समापन समारोह को संबोधित करते हुए कही।
उन्होंने कहा कि अगर छोटे किसानों को उत्पादकता बढ़ाने के लिए मदद की जाती है, यह एक तीर से तीन शिकार जितना होगा।
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उन्होंने कहा, 'सबसे पहले, हम देश के सबसे बड़े आर्थिक क्षेत्र को विकास के स्रोत के रूप में बदल सकते हैं, जो अर्थव्यवस्था को पीछे खींच रहा है। दूसरे हम यह सुनिश्चित कर सकेंगे कि विकास समावेशी हो। इससे न सिर्फ जीडीपी (सकल घरेलू उत्पाद) बढ़ेगी, बल्कि लोगों को गरीबी से भी बाहर निकालेगी।'
उन्होंने कहा, 'तीसरा, हम भविष्य के लिए एक सुशिक्षित श्रम शक्ति को पैदा करने के लिए पौष्टिक भोजन का उत्पादन कर सकते हैं, जब भारतीय अर्थव्यवस्था उच्च कुशल श्रमिकों पर अत्यधिक निर्भर करेगी।'
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उन्होंने जोर देकर कहा कि समूचे एशिया क्षेत्र में बदलाव का यही नुस्खा है, जिसमें चीन, दक्षिण कोरिया और जापान भी शामिल है। गेट्स ने कहा कि यह भारत के आर्थिक बदलाव के नुस्खे का प्रमुख तत्व होगा।
उन्होंने छोटे किसानों की उत्पादकता बढ़ाने तथा उन्हें बाजार से जोड़ने का आह्वान किया, ताकि वे समृद्ध हो सकें।
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Source : IANS