/newsnation/media/post_attachments/images/2017/02/26/67-jaitley.jpg)
File photo- Getty Image
वित्त मंत्री अरूण जेटली ने कहा कि ब्रिटेन में लोकतंत्र इतना उदार है कि वह कर्ज़ लेकर भागे लोगों को भी अपने यहां आश्रय दे देता है। ज़ाहिर तौर पर जेटली का संकेत भारत के चर्चित शराब कारोबारी विजय माल्या की तरफ था जो भारतीय बैंकों की कानूनी कार्रवाई से बच कर इस समय ब्रिटेन में रह रहे हैं। माल्या पर भारतीय बैंकों का करीब 9,000 करोड़ रुपये बकाया है।
हालांकि वित्त मंत्री ने इस 'चलन' को तोड़ने की जरूरत बताते हुए कहा कि ऋण लेकर वापस नहीं करना एक बड़ी समस्या है और भारत अब ऐसे लोगों को छूट देने को बिलकुल तैयार नहीं।
वित्त और कंपनी मामलों के मंत्री ने लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स के साउथ एशिया सेंटर द्वारा आयोजित 'बदलता भारत: अगले दशक का दृष्टिकोण' पर आयोजित एक सत्र में शनिवार को कहा, 'कई लोग यह सोचते हैं कि जब आप बैंक से कर्ज लेते हैं तो धन को लौटाने की जरूरत नहीं है और आप लंदन आकर प्रवास कर सकते हैं। क्योंकि यहां लोकतंत्र इतना उदार है कि वह डिफॉल्टर्स को भी आश्रय देता है। इस सोच को बदलने की आवश्यकता है।'
ये भी पढ़ें- FDI में शानदार बढ़त, साल 2016 में 46 अरब डॉलर आया विदेशी निवेश
उन्होंने कहा, 'यह पहला मौका है जब आप मजबूत कार्रवाई देख रहे हैं। वास्तव में पहले ऐसा कभी नहीं हुआ कि जब डिफॉल्टर्स को भागना पड़ा हो। सच्चाई ये है कि वे कानून से बचने के लिए भाग रहे हैं और उनकी संपत्ति कुर्क की जा रही है। यह एक संकेत है कि भारत पहली बार इसके खिलाफ खड़ा हुआ है। पहले हम डिफॉल्टर्स को ढो ही रहे थे।'
बता दें कि बंद पड़ी किंगफिशर एयरलाइंस के प्रमुख माल्या करीब 1.4 अरब डॉलर बकाये की वसूली के लिये बैंकों की ओर से कड़ी क़ानूनी कार्रवाई किए जाने के बीच पिछले साल मार्च में ब्रिटेन चले गये थे।
ये भी पढ़ें-मोदी सरकार ने 18 लाख लोगों को दिया तोहफा, आयकर विभाग ने बकाया टैक्स किया माफ
Source : News Nation Bureau
/newsnation/media/agency_attachments/logo-webp.webp)
Follow Us