वित्त मंत्री अरुण जेटली ने एक बार फिर से नोटबंदी के फैसले का बचाव करते हुए कहा कि अगर कोई सरकार के इस फैसले के बारे में शोध करेगा तो उसे नोटों की छपाई की स्पीड के बारे में जरूर बात करनी होगी।
जेटली ने कहा, 'अगर नोटबंदी के बारे में कोई कोई रिसर्च करेगा तो उसे नोटों की छपाई की गति और उससे कहीं ज्यादा सीक्रेट प्रिंटिंग के बारे में बात करनी होगी।'
और पढ़ें: राहुल पर जेटली का पलटवार: NDA सरकार ने किसी उद्योगपति का कर्ज माफ नहीं किया
नोटबंदी को लेकर मोदी सरकार को निशाना बनाए जाने पर पलटवार करते हुए जेटली ने कहा, 'नोटबंदी और नए नोटों की छपाई पर बयान देना आसान है लेकिन इस काम को करना बेहद मुश्किल था।'
उन्होंने कहा, 'लोग आमतौर पर अनुमान लगा रहे थे कि नए नोटों की छपाई में सात महीने या सालभर लग जाएंगे, लेकिन कुछ ही सप्ताहों में हालात सामान्य हो गए।'
एसपीएमसीआईएल के शिलान्यास के मौके पर वित्त मंत्री जेटली ने कहा कि शायद पूरे विश्व में करेंसी बदलने की इससे बड़ी कार्रवाई आज तक नहीं हुई। उन्होंने कहा कि नए नोटों की छपाई का काम लगभग पूरा हो चुका है। जेटली ने कहा देश में फिलहाल नोटों की कोई कमी नहीं है।
और पढें: नोटबंदी का नहीं हुआ असर, लगातार तीसरे महीने देश के निर्यात-आयात में बढ़त हुई दर्ज, व्यापार घाटा भी बढ़ा
HIGHLIGHTS
- वित्त मंत्री अरुण जेटली ने एक बार फिर से नोटबंदी के फैसले का बचाव किया
- जेटली ने कहा कि नोटबंदी के फैसले की आलोचना करना आसान है लेकिन लागू करना मुश्किल
Source : News State Buraeu