किसी शुभ कार्य की शुरुआत मिष्ठान्न से करने की भारतीय परंपरा को निभाते हुए वित्तमंत्री अरुण जेटली ने हर वर्ष की भांति इस साल भी शनिवार को वित्त मंत्रालय के अधिकारियों को 'हलवा' बांटकर आगामी बजट 2018-19 के प्रकाशन की प्रक्रिया शुरू की।
परंपरा के अनुसार, बजट का प्रकाशन आरंभ होने से पहले वित्त मंत्रालय में भारी मात्रा में मिष्ठान्न के रूप में हलवा तैयार किया जाता है और मंत्री अधिकारियों के बीच हलवा बांटते हैं। ये अधिकारी बजट के प्रकाशन के साथ नार्थ ब्लॉक स्थित वित्त मंत्रालय में ही तब तक रहते हैं, जबतक आम बजट संसद में पेश नहीं हो जाता है। इस बीच इनका किसी से कोई संपर्क नहीं होता है।
वित्तमंत्री अरुण जेटली एक फरवरी को आम बजट 2018-19 लोकसभा में पेश करेंगे।
जेटली ने शनिवार को हलवा कार्यक्रम का आयोजन किया। इस मौके पर वित्त राज्यमंत्री शिव प्रताप शुक्ला और आर्थिक मामलों के विभाग में सचिव एस. सी. गर्ग समेत मंत्रालय के अन्य अधिकारी मौजूद थे।
नहीं होगा लोकलुभावनकारी बजट
गौरतलब है कि नरेंद्र मोदी की सरकार का यह आखिरी फुल बजट है और मीडिया में इस तरह की खबरें आ रही है कि इस बजट में राजनीतिक कारणों को ध्यान में रखा जाएगा। हालांकि नीति आयोग के वाइस चेयरमैन राजीव कुमार ने कहा कि ऐसा कुछ भी देखने को नहीं मिलेगा।
कुमार ने कहा कि इस बजट में स्वास्थ्य सेवाएं, प्राथमिक शिक्षा, कृषि, कृषि क्षेत्र से जुड़े बुनियादी ढांचे पर ध्यान दिया जाएगा।
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Source : News Nation Bureau