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अरुण जेटली, वित्त मंत्री (फाइल फोटो)
वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा है कि नोटबंदी के बाद अब समाज में नकदी की मात्रा को कम करने के प्रयास कर रहे हैं। वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा है, 'आधार योजना का विचार जब लाया गया था तब इसकी पूर्ण क्षमता का एहसास ही नहीं हुआ कि यह एक बहुत विस्तृत विचार है।'
उन्होंने उम्मीद जताई कि आधार न्यायालय में संवैधानिकता की कसौटी पर खरा उतरेगा। वित मंत्री ने कहा, 'मुझे यकीन है कि आधार कानून संवैधानिकता की परीक्षा में खड़ा होगा।'
I am sure the Aadhaar legislation will stand the test of constitutionality: Finance Minister Arun Jaitley pic.twitter.com/8Z1Dyu9ybf
— ANI (@ANI) September 13, 2017
अरुण जेटली ने नोटबंदी के फायदे गिनाते हुए कहा कि इससे नकद की मात्रा में कमी आई, कर के आधार में वृद्धि हुई, अर्थव्यवस्था अधिक औपचारिक रूप से गठित हुई।
वहीं उन्होंने पीएम की वित्तीय समायोजन के लिए लाई गई बहुप्रचलित जनधन योजना की उपलब्धियां गिनाते हुए कहा कि वंचित वर्गों के लिए खोले गए इन खातों की संख्या में बढ़ोतरी हुई है।
Number of accounts opened for disadvantaged sections have been significantly large: Union Finance Minister Arun Jaitley pic.twitter.com/N74trW518E
— ANI (@ANI) September 13, 2017
वित्त मंत्री ने कहा, 'प्रधानमंत्री जन धन योजना के तहत शून्य बैलेंस खातों में 3 साल में 77 फीसदी की कमी घटकर अब 20 फीसदी तक हो गई है।' वित्त मंत्री अरुण जेटली यह बातें वित्तीय समायोजन के मुद्दे पर आयोजित समारोह में बोल रहे थे।
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Source : News Nation Bureau