प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मंगलवार मध्यरात्रि से 500 से 1000 के नोटों को अवैध घोषित करने के फैसले ने देश में खलबली मचा दी। इस फैसले से देश के निम्न तबके से लेकर उच्च तबके के लोगों में भी अफरातफरी का माहौल आराम से देखा जा सकता है। प्रधानमंत्री के इस फैसले पर कुछ नेताओं ने विरोध जताया तो कुछ ने खुले दिल से इसका स्वागत किया है। इस फैसले का स्वागत करते हुए देश वित्त मंत्री अरूण जेटली ने स्वागत करते हुए कहा कि कड़े फैसले अचानक ही लिए जाते है।
जेटली ने कहा,' सभी राज्यों को इस फैसले से फायदा होगा, 3-4 हफ्तों में नए नोट आ जाएंगे। जो लोग ईमानदारी से जीवन जी रहे हैं वो सरकार के इस फैसले से खुश हैं, इससे भ्रष्टाचार, कालाधन और आतंकवाद को खत्म करने में सहायता मिलेगी।'
कालेधन के बारे में बात करते हुए जेटली बोले,'कालाधन जन्मसिद्ध अधिकार नहीं है, ये कोई संरक्षण प्रोग्राम नहीं है, 500 और 1000 के नोट को खाते में जमा करने पर नियमानुसार टैक्स देना होगा।'
इसे भी पढ़े: पता चल गया प्रधानमंत्री को कितनी है आम आदमी की चिंता: राहुल गांधी
इस फैसले से होने वाली असुविधा पर जेटली ने कहा कि 500-1000 के नोट बंद होने से होने वाली करने से किसी को कोई परेशानी नहीं हो रही है और ना ही कोई परेशान है। जल्द ही बाजार ने नए नोट मौजूद होगें।
तब तक किसी भी तरह की असुविधा से बचने के लिए कार्ड व चेक से पेमेंट किया जा सकता है।
Source : News Nation Bureau