पूर्व मध्य रेलवे के महाप्रबंधक अनुपम शर्मा ने निर्माण परियोजनाओं तथा रेल विकास से जुड़े कार्यों को प्राथमिकता से पूरा करने के निर्देश दिए हैं।
महाप्रबंधक ने बुधवार को उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक में पूर्व मध्य रेलवे की 500 करोड़ रुपए से अधिक की लागत वाली नई लाइन, दोहरीकरण, आमान परिवर्तन एवं अन्य निर्माण परियोजनाओं के कार्य प्रगति की समीक्षा की गई। बैठक में महाप्रबंधक ने निर्माण संगठन तथा रेल विकास निगम लिमिटेड (आरवीएनएल) की विभिन्न रेल परियोजनाओं की समीक्षा की।
परियोजनाओं की समीक्षा के क्रम में महाप्रबंधक ने निर्माण परियोजनाओं तथा रेल विकास से जुड़े कार्यों को प्राथमिकता से पूरा करने के दिशा-निर्देश दिए।
महाप्रबंधक ने लगभग 291 किलोमीटर लंबे सोननगर-पतरातु तीहरी लाइन परियोजना, नेउरा-दनियांवा नई लाइन परियोजना, मुजफ्फरपुर-वाल्मिकीनगर दोहरीकरण, झंझारपुर-लौकहाबाजार, झंझारपुर-निर्मली, सहरसा-फारबिसगंज आमान परिवर्तन परियोजना सहित अन्य रेल परियोजनाओं के कार्य प्रगति की समीक्षा की।
बैठक को संबोधित करते हुए महाप्रबंधक ने कहा कि हमें रेलवे के प्रत्येक क्षेत्र में नई तकनीक का ज्यादा-से-ज्यादा प्रयोग करना होगा, जिससे लोगों की अपेक्षा पर खरे उतरते हुए उन्हें बेहतर परिणाम दे सकें।
धनबाद और पंडित दीन दयाल उपाध्याय मंडल में ग्रैंड कॉर्ड रेलखंड पर ट्रेनों का परिचालन 130 से बढ़ाकर 160 किलोमीटर प्रतिघंटा की गति से करने के लिए जारी ढांचागत सुधार कार्य की महाप्रबंधक ने समीक्षा की।
उल्लेखनीय है कि पंडित दीन दयाल उपाध्याय जंक्शन से झाझा एवं धनबाद के रेलवे ट्रैक को पहले चरण में 130 किलोमीटर प्रतिघंटा की गति से ट्रेन चलाने की अनुमति प्रदान की जा चुकी है।
सकरी-निर्मली, झंझारपुर-लौकहा बाजार तथा सहरसा-फारबिसबंज (206 किमी) आमान परिवर्तन परियोजना की कुल लागत 1468 करोड़ रुपये है । लगभग 210 किलोमीटर लंबे मुजफ्फरपुर-सुगौली-वाल्मीकिनगर दोहरीकरण परियोजना का भी निर्माण कार्य जारी है। मुजफ्फरपुर-सुगौली- वाल्मीकिनगर दोहरीकरण परियोजना पर लगभग 2402 करोड़ रुपये की लागत आने का अनुमान है।
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Source : IANS