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भीषण गर्मी के कारण हरियाणा में बढ़ी बिजली की मांग

भीषण गर्मी के कारण हरियाणा में बढ़ी बिजली की मांग

Updated on: 30 Apr 2022, 04:20 PM

चंडीगढ़:

चिलचिलाती गर्मी के बीच, हरियाणा में बिजली की मांग 3,000 मेगावाट बिजली की अतिरिक्त आवश्यकता के साथ उच्चतम स्तर पर पहुंच गई है।

बीजेपी सरकार का दावा है कि कमी को दूर करने के लिए जरूरी इंतजाम किए जा रहे हैं।

मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने हाल ही में बिजली वितरण कंपनियों के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक में कहा कि शॉट-टर्म मॉडल के जरिए लगभग 400 मेगावाट का उत्पादन किया जाए।

बिजली मंत्री रंजीत सिंह ने कहा कि राज्य को अगले 10 दिनों में 1,500 मेगावाट अतिरिक्त बिजली मिलेगी।

उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा नियमित आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए 12 रुपये प्रति यूनिट की दर से बिजली खरीदी जा रही है।

पिछले साल की गर्मियों की मांग का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि यह प्रति दिन 12,125 मेगावाट थी। इस सीजन में इसके 15,000 मेगावाट तक पहुंचने की उम्मीद है।

2,500 से 3,000 मेगावाट के इस अंतर को भरने के लिए सरकार ने पर्याप्त इंतजाम किए हैं।

वर्तमान में, पानीपत में 250 मेगावाट की तीन यूनिट्स चल रही हैं, जबकि खेदार में 600 मेगावाट की दो यूनिट्स और यमुनानगर में 300 मेगावाट की दो यूनिट्स चल रही हैं।

साथ ही अदाणी पावर प्लांट से 1400 मेगावाट बिजली की व्यवस्था की जा रही है।

मुख्यमंत्री के अनुसार गर्मी के दिनों में बिजली की बढ़ती खपत को दूर करने के लिए खेदार गांव में बिजलीघर की समस्याओं का समाधान किया जा रहा है और जल्द ही इसे चालू कर दिया जाएगा।

साथ ही उन्होंने कहा कि यमुनानगर में 750 मेगावाट का नया पावर प्लांट स्थापित किया जाएगा। इसके इंस्टालेशन के बाद अतिरिक्त बिजली पैदा की जाएगी।

उन्होंने कहा कि बिजली उत्पादन के साथ-साथ डिस्कॉम भी प्रणाली में सुधार कर रहा हैं ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि हरियाणा में बिजली की कमी न हो।

डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.