उड्डयन में एयर इंडिया व इंडिगो का एकाधिकार

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IANS
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(source : IANS)( Photo Credit : (source : IANS))

कई निजी कंपनियों के बंद होने के साथ इस क्षेत्र में दशकों की उथल-पुथल के बाद, भारतीय एयरलाइंस क्षेत्र स्थिरता और एक प्रकार के एकाधिकार की ओर बढ़ रहा है। सरकार के स्वामित्व वाले एयर इंडिया का अधिग्रहण करने वाला टाटा समूह ने अपनी दो अन्य एयरलाइनों - विस्तारा और एयरएशिया का विलय कर दिया है।

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अब तक तीन एयरलाइनों की संयुक्त बाजार हिस्सेदारी 25.1 प्रतिशत (एयर इंडिया 9 प्रतिशत, विस्तारा 8.8 प्रतिशत और एयर एशिया 7.3 प्रतिशत) है।

विलय के बाद और बेड़े के विस्तार और टाटा समूह की वित्तीय सहायता के साथ, अगर सभी चीजें सही रास्ते पर हैं, तो एयर इंडिया की बाजार हिस्सेदारी में वृद्धि होनी चाहिए।

जनवरी-मार्च 2023 की अवधि के लिए भारत के नागरिक उड्डयन मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, 55.7 प्रतिशत बाजार हिस्सेदारी के साथ इंटरग्लोब एविएशन मार्केट लीडर है और स्पाइसजेट 6.9 प्रतिशत के साथ बचा है।

जमीनी स्थिति को देखते हुए, भारतीय एयरलाइंस बाजार में दो प्रमुख खिलाड़ी, इंटरग्लोब और एयर इंडिया का एकाधिकार है। अन्य के पास बहुत छोटा हिस्सा है।

डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.

Source : IANS

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