एयर इंडिया के पायलटों की मांग : एयरलाइंस के एचआर विभाग में हस्तक्षेप करें रतन टाटा

एयर इंडिया के पायलटों की मांग : एयरलाइंस के एचआर विभाग में हस्तक्षेप करें रतन टाटा

एयर इंडिया के पायलटों की मांग : एयरलाइंस के एचआर विभाग में हस्तक्षेप करें रतन टाटा

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IANS
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Air India

(source : IANS)( Photo Credit : (source : IANS))

एयर इंडिया के पायलटों ने टाटा संस लिमिटेड के मानद चेयरमैन रतन नवल टाटा को एक ऑनलाइन आवेदन में कहा है कि उनका मनोबल गिरा हुआ है, क्योंकि एयरलाइन के मानव संसाधन (एचआर) विभाग उनके साथ सम्मानजनक व्यवहार नहीं कर रहा है।

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यह कहते हुए कि वे अपने काम और वैश्विक मंच पर टाटा समूह और भारत का प्रतिनिधित्व करने में अपनी भूमिका पर बहुत गर्व महसूस करते हैं, पायलटों ने कहा : एचआर विभाग के रवैये के कारण इस समय हम मुश्किल हालात का सामना कर रहे हैं। हमें लगता है कि हम एयर इंडिया के कर्मचारियों के रूप में जिस सम्मान और गरिमा के हकदार हैं, वैसा व्यवहार नहीं किया जा रहा है।

उन्होंने आवेदन में कहा, यही वजह है कि हमारा मनोबल गिरा हुआ है और हम चिंतित हैं कि इससे हमारी क्षमताओं के अनुसार अपने कर्तव्यों का पालन करने की हमारी क्षमता पर नकारात्मक प्रभाव पड़ेगा। आवेदन की एक प्रति आईएएनएस के पास है।

पायलटों ने यह भी कहा कि वे एयरलाइन के सामने आने वाली चुनौतियों को समझते हैं और जटिल समाधान खोजने के लिए कंपनी के साथ काम करने के लिए प्रतिबद्ध हैं, जिससे सभी हितधारकों को लाभ होगा।

आवेदन में कहा गया है, हालांकि, हमें लगता है कि हमारी चिंताओं पर एचआर टीम ध्यान नहीं दे रहा है। इसलिए हम इन मुद्दों को हल करने में आप से सहायता करने का सम्मानपूर्वक अनुरोध कर रहे हैं। यदि यह मुद्दा इतना महत्वपूर्ण नहीं होता तो हम आपको परेशान नहीं करते। लेकिन हम मानते हैं कि एयर इंडिया के सेवानिवृत्त चेयरमैन के रूप में आपका उदार नेतृत्व हमें एक ऐसा समाधान खोजने में मदद कर सकता है, जो सभी पक्षों के लिए उचित और सम्मानजनक हो।

इससे पहले दो पायलट निकायों - इंडियन कमर्शियल पायलट्स एसोसिएशन (आईसीपीए) और इंडियन पायलट्स गिल्ड (आईपीजी) ने टाटा समूह के अध्यक्ष एन. चंद्रशेखरन को एक पत्र लिखकर उनके हस्तक्षेप की मांग की थी, क्योंकि एयर इंडिया की एचआर नीति विश्वास की कमी से प्रेरित है।

इंडियन कमर्शियल पायलट्स एसोसिएशन (आईसीपीए) और इंडियन पायलट्स गिल्ड (आईपीजी) के एक संयुक्त पत्र में कहा गया है, टाटा ने हमेशा अपनी निष्पक्षता और नैतिक मूल्यों को कायम रखा है। हालांकि, पायलटों के संबंध में मानव संसाधन विभाग की कार्रवाई पूरी तरह से इन मूल्यों के विपरीत है। पायलटों के साथ अनुचित व्यवहार किया जा रहा है। कर्मचारियों के अधिकारों की रक्षा के लिए मौजूद कानूनों और नियमों की धज्जियां उड़ा रहा है। पायलटों को एक शत्रुतापूर्ण कार्य वातावरण के अधीन किया जा रहा है।

डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.

Source : IANS

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