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कंगाल पाकिस्तान के ऊपर महंगाई के बाद अब लोन स्ट्राइक (Loan Strike)

पाकिस्तान के कर्ज (loan) और देनदारी में 35 ट्रिलियन रुपये (पाकिस्तानी मुद्रा) की बढ़ोतरी हो गई है, जो कि वहां की अर्थव्यस्था के बराबर है.

Updated on: 22 May 2019, 03:15 PM

highlights

  • जुलाई से मार्च में पाकिस्तान के कुल कर्ज में करीब 5.2 ट्रिलियन रुपये की बढ़ोतरी: SBP
  • कर्ज और देनदारी में 35 ट्रिलियन रुपये की बढ़ोतरी, जो कि वहां की अर्थव्यस्था के बराबर है
  • मार्च 2019 तक पाकिस्तान के ऊपर करीब 105 अरब डॉलर विदेशी कर्ज और देनदारी

नई दिल्ली:

कंगाल पाकिस्तान (Pakistan) की आर्थिक हालत दिन पर दिन खस्ता होती जा रही है. स्टेट बैंक ऑफ पाकिस्तान (SBP) के ताजा आंकड़ों के मुताबिक इस वित्तीय वर्ष में जुलाई से मार्च की अवधि में ही देश के कुल कर्ज में करीब 5.2 ट्रिलियन रुपये की बढ़ोतरी हो गई है, जो कि जून 2018 के कर्ज के मुकाबले करीब 18 फीसदी अधिक है.

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अर्थव्यस्था के बराबर पहुंचा कर्ज
पाकिस्तान (Pakistan) का कर्ज वहां की अर्थव्यस्था के बराबर हो गया है. ऐसे में पाकिस्तान सरकार की चिंता बढ़ गई है. बता दें कि पाकिस्तान के कर्ज (loan) और देनदारी में 35 ट्रिलियन रुपये (पाकिस्तानी मुद्रा) की बढ़ोतरी हो गई है, जो कि वहां की अर्थव्यस्था के बराबर है.

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पाकिस्तान में हर व्यक्ति पर 1.59 लाख रुपये कर्ज
पाकिस्तान के केंद्रीय बैंक स्टेट बैंक ऑफ पाकिस्तान (SBP)के मुताबिक मार्च 2019 तक पाकिस्तान के ऊपर करीब 105 अरब डॉलर विदेशी कर्ज और देनदारी है. वित्तीय वर्ष के पहले 9 महीने में पाकिस्तान के विदेशी कर्ज में 10 अरब डॉलर की बढ़ोतरी हो गई है. दिसंबर 2018 में पाकिस्तान का कुल विदेशी कर्ज और देनदारी 99 अरब डॉलर था. हालांकि जनवरी से मार्च 2019 तक कर्ज बढ़कर 100 अरब डॉलर के पार पहुंच गया है. पाकिस्तान का कुल कर्ज उसकी सकल घरेलू उत्पाद (GDP) के 91.2 फीसदी के बराबर है.

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गौरतलब है कि पाकिस्तान कर्ज के निपटारे में कुल बजट का 36 फीसदी हिस्सा खर्च कर देता है. रुपये पाकिस्तानी रुपये में कमजोरी की वजह से भी कर्ज में भारी बढ़ोतरी हो रही है. 2013 में पाकिस्तान में कर्ज को हर एक पाकिस्तानी में बांटने पर प्रति व्यक्ति करीब 96,422 रुपये कर्ज था. वहीं मौजूदा इमरान खान सरकार में प्रति व्यक्ति कर्ज बढ़कर 1.59 लाख रुपये हो गया है.

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