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अडानी पोर्ट्स का रेवेन्यू और ईबीआईटीडीए वित्तवर्ष 23 में 20 फीसदी से अधिक बढ़ा

अडानी पोर्ट्स का रेवेन्यू और ईबीआईटीडीए वित्तवर्ष 23 में 20 फीसदी से अधिक बढ़ा

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IANS
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Adani Port

(source : IANS)( Photo Credit : (source : IANS))

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अडानी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक जोन लिमिटेड (एपीएसईजेड) ने मंगलवार को चौथी तिमाही और 31 मार्च, 2023 को समाप्त वर्ष के लिए अपने परिणामों की घोषणा की।

अडानी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक जोन के सीईओ और पूर्णकालिक निदेशक करण अडानी ने कहा, वित्तवर्ष 23 परिचालन के साथ-साथ वित्तीय प्रदर्शन में एपीएसईजेड के लिए एक शानदार वर्ष रहा है। कंपनी ने वर्ष की शुरुआत में प्रदान किए गए अपने उच्चतम राजस्व और ईबीआईटीडीए मामले में उपलब्धि हासिल की है। भौगोलिक विविधीकरण, कार्गो मिश्रण विविधीकरण और व्यवसाय की हमारी रणनीति परिवहन उपयोगिता के लिए मॉडल संक्रमण मजबूत विकास को सक्षम कर रहा है।

पिछले 5 वर्षो में एपीएसईजेड का राजस्व और ईबीआईटीडीए 16-18 प्रतिशत के सीएजीआर से बढ़ा है, जबकि वित्तवर्ष 2023 में कंपनी की घरेलू बाजार हिस्सेदारी 800बीपीएस बढ़कर 24 प्रतिशत हो गई। एपीएसईजेड ने वित्तवर्ष 23 में लगभग 27,000 करोड़ रुपये का रिकॉर्ड निवेश किया, जिसमें लगभग 18,000 करोड़ रुपये के छह प्रमुख अधिग्रहण और लगभग 9,000 करोड़ रुपये का ऑर्गेनिक कैपेक्स शामिल है।

इन निवेशों को मुख्य रूप से आंतरिक संसाधनों और कंपनी के पास रखे नकद और नकद समकक्षों के माध्यम से वित्तपोषित किया गया था। परिणामस्वरूप, वित्तवर्ष 2019 में सकल ऋण और अचल संपत्ति अनुपात 80 प्रतिशत से घटकर वित्त वर्ष 2023 में लगभग 60 प्रतिशत हो गया है।

करण अडानी ने कहा कि वर्ष के दौरान पांच बोली जीत के साथ किए गए निवेश, एपीएसईजेड को 2025 में 500 एमएमटी के अपने लक्षित कार्गो वॉल्यूम को प्राप्त करने में सक्षम बनाएंगे और व्यापार मॉडल के संक्रमण को गति देंगे।

जहाजों के लिए इंडस्ट्री लीडिंग एवरेज टर्नअराउंड टाइम (टीएटी) 0.7 दिनों के साथ एपीएसईजेड अन्य भारतीय बंदरगाहों के लिए एक बेंचमार्क रहा है और प्रमुख बंदरगाहों के टीएटी में 2011 में 5 दिनों से लेकर 2 दिनों तक सुधार किया है।

डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.

Source : IANS

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