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अडानी समूह ने हिंडनबर्ग के निराधार आरोपों पर विस्तृत प्रतिक्रिया दी

अडानी समूह ने हिंडनबर्ग के निराधार आरोपों पर विस्तृत प्रतिक्रिया दी

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IANS
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Adani Group

(source : IANS)( Photo Credit : (source : IANS))

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अडानी समूह ने रविवार को हिंडनबर्ग रिसर्च द्वारा फैलाए गए बेबुनियाद आरोपों और भ्रामक आख्यानों का 400 से अधिक पन्नों के जवाब में प्रासंगिक दस्तावेजों के साथ जवाब दिया।

अडानी समूह की प्रतिक्रिया हिंडनबर्ग के गुप्त उद्देश्यों और कार्यप्रणाली के खिलाफ भी सवाल उठाती है, जिसने भारतीय न्यायपालिका और नियामक ढांचे को आसानी से नजरअंदाज कर दिया है।

अडानी समूह की विस्तृत प्रतिक्रिया में इसके शासन मानकों, साख, साख, सर्वोत्तम प्रथाओं, पारदर्शी आचरण, वित्तीय और परिचालन प्रदर्शन और उत्कृष्टता को शामिल किया गया।

हिंडनबर्ग रिपोर्ट हमारे शेयरधारकों और सार्वजनिक निवेशकों की कीमत पर मुनाफाखोरी करने के स्पष्ट इरादे से बनाई गई है। यह एक हेरफेर करने वाला दस्तावेज है जो हितों के टकराव से भरा हुआ है और केवल गलत लाभ दर्ज करने के लिए प्रतिभूतियों में एक झूठा बाजार बनाने के उद्देश्य से है, जो स्पष्ट रूप से भारतीय कानून के तहत प्रतिभूति धोखाधड़ी का गठन करता है।

हिंडनबर्ग द्वारा पूछे गए 88 प्रश्नों में से, यह ध्यान रखना उचित है कि 68 उन मामलों को संदर्भित करता है जो समय-समय पर मेमोरेंडम, वित्तीय विवरण और स्टॉक एक्सचेंज खुलासे की पेशकश करते हुए अपनी संबंधित वार्षिक रिपोर्ट में अदानी समूह की कंपनियों द्वारा विधिवत खुलासा किया गया है। 20 में से 16 प्रश्न सार्वजनिक शेयरधारकों और उनके धन के स्रोतों से संबंधित हैं, जबकि शेष चार केवल निराधार आरोप हैं।

यह कहने की जरूरत नहीं कि हिंडनबर्ग ने निवेशकों की कीमत पर लाभ के लिए अपने छोटे ट्रेडों का प्रबंधन करते हुए अपने लक्षित दर्शकों का ध्यान हटाने के लिए इन सवालों को बनाया है। रिपोर्ट में 2 साल की जांच और साक्ष्य उजागर करने का दावा किया गया है, लेकिन इसमें खुलासा जानकारी के चुनिंदा और अधूरे अर्क के अलावा कुछ भी शामिल नहीं है जो वर्षो से सार्वजनिक डोमेन में है।

डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.

Source : IANS

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