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RBI Credit Policy Oct 2020: खाद्यान्न उत्पादन में बन सकता है नया रिकॉर्ड

RBI Credit Policy Oct 2020: शक्तिकांत दास ने कहा कि सभी सेक्टर की ग्रोथ में सुधार दिखाई पड़ रहा है और सभी सांकेतिक आंकड़े भी सुधार की ओर दिख रहे हैं.

Updated on: 09 Oct 2020, 11:09 AM

मुंबई:

RBI Credit Policy Oct 2020: भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के गवर्नर शक्तिकांत दास ने शुक्रवार को कहा कि खाद्यान्नों के उत्पादन में देश में नया रिकॉर्ड बन सकता है. शक्तिकांत दास ने मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) की बैठक के फैसले की घोषणा करते हुए कहा कि मानसून बेहतर रहने और खरीफ फसलों के रबके में इजाफा होने से खाद्यान्नों के उत्पादन में नया रिकॉर्ड बन सकता है. इससे पहले आरबीआई गवर्नर ने प्रमुख ब्याज दर रेपो रेट को चार फीसदी पर स्थिर रखने के एमपीसी के फैसले की घोषणा की.

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रेपो रेट वह ब्याज दर है जिस पर केंद्रीय बैंक वाणिज्यिक बैंकों को अल्पकालिक कर्ज देता है। वहीं रिवर्स रेपो रेट भी 3.35 फीसदी पर बरकरार रखा गया है.

वित्त वर्ष 2021 के लिए जीडीपी ग्रोथ अनुमान -9.5 फीसदी
शक्तिकांत दास ने कहा कि सभी सेक्टर की ग्रोथ में सुधार दिखाई पड़ रहा है और सभी सांकेतिक आंकड़े भी सुधार की ओर दिख रहे हैं. उन्होंने कहा कि खाद्यान्न उत्पादन दोबारा रिकॉर्ड बना सकता है. जनवरी-मार्च 2021 तक पॉजिटिव जीडीपी ग्रोथ की संभावना है यानि चौथी तिमाही में जीडीपी सकारात्मक रह सकती है. कृषि, कंज्यूमर और फार्मा सेक्टर में तेज रिकवरी के आसार हैं. उन्होंने कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था में तेजी की उम्मीद बनी हुई है. अपैल-जून की गिरावट के बाद अर्थव्यवस्था में सुधार जारी है. उन्होंने कहा कि ग्रामीण अर्थव्यवस्था सबसे ज्यादा मजबूत है. उन्होंने कहा कि वित्त वर्ष 2021 के लिए जीडीपी ग्रोथ अनुमान -9.5 फीसदी है.

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दुनियाभर की अर्थव्यवस्था में सुधार के संकेत: शक्तिकांत दास
आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि ब्याज दरों में कोई भी बदलाव नहीं किया गया है. आरबीआई ने रेपो रेट 4 फीसदी पर स्थिर रखा है. मॉनिटरी पॉलिसी कमेटी ने ब्याज दरों को लेकर एकोमोडेटिव रुख के साथ ही पॉलिसी पर भी नरम रुख कायम रखा है. एमपीसी के सभी सदस्य ब्याज दरों को स्थिर रखने के पक्ष में थे. शक्तिकांत दास ने कहा कि दुनियाभर की अर्थव्यवस्था में सुधार के संकेत दिखाई पड़ रहे हैं और भारतीय अर्थव्यवस्था पूर्ण निर्णायक स्तर पर है. उन्होंने कहा कि कोविड को रोकने से ज्यादा ध्यान अब रिवाइवल पर है और सभी सेक्टर की स्थिति सुधर रही है. रबी फसलों का आउटलुक बेहतर दिख रहा है.