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सब्जियों के बाद अब दाल की कीमतों ने बिगाड़ा रसोई का गणित

पिछले एक माह के दौरान तीनों ही दालों की कीमतों में दस से 20 रुपये की बढ़ोतरी हुई है. दाल कारोबारियों के मुताबिक कीमत बढ़ने की वजह एमएसपी की बढ़ती कीमत और चने की दाल में महंगाई के कारण अन्य दालों की कीमत भी बढ़ रही है.

Updated on: 08 Oct 2020, 03:26 PM

जयपुर:

आम उपभोक्ता के संकट कम होने के बजाय बढ़ते जा रहे हैं. सब्जियों के बाद दालें (Pulses) भी किचन का बजट बिगाड़ रही है। एक माह के भीतर ही दाल की कीमतें 20 से 25 फीसदी तक उछाल आया है. अरहर, उड़द, मूंग, चना सहित सभी दालों के दाम में बढ़ोतरी हो रही है. बढ़ी कीमतों से मध्यम व निम्न वर्गीय परिवारों का बजट पूरी तरह गड़बड़ा गया है. अरहर, चना, उड़द की दाल को आमतौर पर सभी घरों में पसंद किया जाता है. पिछले एक माह के दौरान तीनों ही दालों की कीमतों में दस से 20 रुपये की बढ़ोतरी हुई है. दाल कारोबारियों के मुताबिक कीमत बढ़ने की वजह एमएसपी की बढ़ती कीमत और चने की दाल में महंगाई के कारण अन्य दालों की कीमत भी बढ़ रही है.

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उड़द के भाव 20 से 25 फीसदी तक दाम बढ़े
वहीं देश में इस साल उड़द की पैदावार कम होने के कारण भी उड़द के भाव 20 से 25 फीसदी तक दाम बढ़ गए हैं. हालांकि दाल मंडियों में पिछले 4 साल में 10 रुपये प्रति किलो भाव बढ़े हैं. व्यापारियों का कहना है मंडी टैक्स के कारण 5 रुपए प्रति किलो भाव दालों के बढ़ रहे हैं. अगर मंडी टेक्स को कम कर दिया जाए तो ही दालों की कीमत कम हो सकती है. दालों की बढ़ती कीमतों का असर दुकानदार और गृहणियों पर भी असर पड़ रहा है. बढ़ती कीमतों के कारण दाल की बिक्री प्रभावित हो रही है. वहीं गृहणियों के रसोई का गणित गड़बड़ा रहा है.

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दालों का खुदरा भाव
उड़द-120 से 130 रुपये प्रति किलो, उड़द छिलका-100 से 115 रुपये प्रति किलो, मूंग-110से 115 रुपये प्रति किलो, मूंग छिलका दाल-92 से 105 रुपये प्रति किलो, चना भाव-80 से 85 रुपये प्रति किलो, अरहर दाल-125 से 130 रुपये प्रति किलो.