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आम आदमी को राहत, सप्लाई बढ़ने से दिल्ली में घटी प्याज की कीमतें

प्याज मंडी एसोसिएशन के अध्यक्ष राजेंद्र शर्मा ने कहा,

Updated on: 09 Dec 2019, 03:19 PM

नई दिल्ली:

दिल्ली में स्थानीय उपज की आवक बढ़ने के साथ ही विदेशों से आयात होने के बाद प्याज की थोक कीमतों में सोमवार को कुछ कमी देखने को मिली. प्याज मंडी एसोसिएशन के अध्यक्ष राजेंद्र शर्मा ने कहा, "प्याज की 24,000 बोरियां आजादपुर मंडी में पहुंची हैं, जिनमें से प्रत्येक बोरी में 55 किलो प्याज है. इसी वजह से पिछले सप्ताह की तुलना में प्याज की कीमतों में कमी आई है. आजादपुर मंडी देश की सबसे बड़ी सब्जी मंडी है.

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उन्होंने बताया कि घरेलू उपज के अलावा सोमवार को लगभग 200 टन आयातित प्याज भी मंडी में पहुंची है. सोमवार को मंडी में प्याज के थोक भाव 50 से 75 रुपये प्रति किलो के बीच रहे। एक सूत्र ने कहा कि पिछले सप्ताह के मुकाबले प्याज की कीमतों में पांच रुपये प्रति किलो तक की कमी आई है. सूत्र ने कहा कि अफगानिस्तान और तुर्की से भी प्याज यहां पहुंची है. सूत्र ने कहा, "पिछले दो दिनों में प्याज के 80 से अधिक ट्रक अफगानिस्तान से आए. सीमावर्ती राज्य पंजाब में बड़ी मात्रा में अफगानी प्याज की आपूर्ति की जा रही है.

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बंगाल सरकार 59 रुपये प्रति किलो बेचेगी प्याज
कोलकाता में प्याज की कीमतें 150 रुपये प्रति किलोग्राम तक पहुंचने के बीच पश्चिम बंगाल सरकार ने रविवार को घोषणा की कि वह महानगर में उचित मूल्य की दुकानों पर सब्सिडी वाली दर से प्याज बेचेगी. खाद्य एवं आपूर्ति विभाग के एक अधिकारी ने यहां संवाददाताओं से कहा कि कोलकाता में उचित मूल्य की 935 दुकानों से सोमवार से 59 रुपये प्रति किलोग्राम के हिसाब से प्याज बेचा जाएगा. उन्होंने कहा, ‘‘हम थोक विक्रेताओं से बाजार मूल्य पर प्याज खरीदकर इसे सब्सिडी वाली दर पर बेचेंगे.’’ उन्होंने कहा कि हर परिवार राशन कार्ड दिखाकर एक बार में अधिकतम एक किलोग्राम प्याज हासिल कर सकेगा. राज्य के शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी ने कहा, ‘‘हम अपना काम करने का प्रयास कर रहे हैं. लेकिन लगता है कि केंद्र सरकार प्याज की बढ़ती कीमतों से चिंतित नहीं है. (साथ में इनपुट भाषा)